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वीके पाण्डियन पर साधा निशाना
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कहा- पाण्डियन का नियंत्रण पार्टी के लिए नुकसानदेह
भुवनेश्वर। ओडिशा की बीजद को एक और झटका लगा है। पूर्व छात्र नेता हरिशंकर राउत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वरिष्ठ नेता तथा पूर्व अधिकारी वीके पाण्डियन पर तीखे आरोप लगाए।
राउत ने दावा किया कि छात्र और युवा मोर्चा की नियुक्तियां पाण्डियन के निर्देशों के तहत की जाती रही हैं और उन्होंने पार्टी में सख्त पकड़ बनाए रखी है, भले ही हाल की चुनावी हार का सामना करना पड़ा हो। राउत ने आरोप लगाया कि पाण्डियन, जो गैर-ओड़िया हैं, अभी भी पार्टी पर नियंत्रण बनाए हुए हैं और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक उनके पीछे अंधभक्ति से चलते हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी में एक ‘संगठित समूह’ काम कर रहा है, जिसमें कुछ वरिष्ठ नेता, जैसे व्योमकेश राय, पाण्डियन के करीबी सहायक बन गए हैं और उनके अनुयायी बन चुके हैं।
राउत ने आगे कहा कि ओडिशा के 4.5 करोड़ लोग जानते हैं कि किसी ने नवीन पटनायक को गुमराह किया है। मैंने पार्टी के लिए पिछले 20 साल काम किया। 2017, 2020 और 2025 में मुझे छात्र संघ का अध्यक्ष बनाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन यह पूरा नहीं हुआ।
पूर्व छात्र नेता ने सवाल उठाया कि पार्टी रैलियों में छात्र नेता क्यों अनुपस्थित थे और उनकी उपस्थिति पर भी नाराजगी जताई। राउत के इन तीखे बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, लेकिन खबर लिखे जाने तक बीजद नेतृत्व और पाण्डियन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।