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20 करोड़ रुपये का निकला ‘ह्यूज ऐप’ घोटाला
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ओडिशा अपराध शाखा की ईओडब्ल्यू ने संभाली जांच
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चार लाख से अधिक लोग फंसे
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जगतसिंहपुर से शुरू होकर पूरे राज्य में फैला जाल
भुवनेश्वर। ओडिशा में एक बड़ा ऑनलाइन घोटाला सामने आया है, जहां ‘ह्यूज ऐप’ के जरिए हजारों लोगों को ठगा गया। अनुमान है कि इस धोखाधड़ी में 20 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डूब गई है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच को अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंप दिया है।
यह घोटाला तब सामने आया, जब नहराना गांव के कई ग्रामीणों ने पुलिस में औपचारिक शिकायतें दर्ज कराईं। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि यह धोखाधड़ी केवल जगतसिंहपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे ओडिशा के लगभग चार लाख निवेशक इसमें फंसे हो सकते हैं।
लालच भरे ऑफर से हुआ था निवेश
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ऐप नवंबर 2024 में लॉन्च किया गया और आठ महीने तक बिना शक के चलता रहा। इस दौरान जगतसिंहपुर के लगभग 3000 लोग, जिनमें युवक, पेंशनभोगी, महिलाएं और दिहाड़ी मजदूर शामिल थे, अपनी मेहनत की कमाई इसमें लगा बैठे।
ऐप ने निवेशकों को लुभाने के लिए कई लालच दिए, जिसमें 5,500 निवेश पर रोजाना 200 कमाई का वादा, 12 नए निवेशकों को जोड़ने पर 10,000 मासिक वेतन, 500–600 लोगों को जोड़ने पर 2 लाख मासिक आय का झांसा और साथ ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उपहार स्वरूप देने का दावा शामिल थे।
अचानक बंद हुआ ऐप, निवेशकों में हड़कंप
बताया गया है कि 20 अगस्त के बाद से यह ऐप अचानक बंद हो गया। निवेशकों ने बताया कि वे न तो लॉगिन कर पा रहे हैं और न ही कोई लेनदेन। इससे ग्रामीणों में भय और गुस्से का माहौल बन गया और कई लोग दौड़कर अंटापुर पुलिस चौकी पहुंचे।
केंद्र सरकार की कार्रवाई से जुड़ा धंधा?
सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने हाल ही में बेटिंग ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है, जिसके बाद कई ऐसे ऐप बंद हो गए। आशंका जताई जा रही है कि ‘ह्यूज ऐप’ भी इसी कार्रवाई के बीच अचानक गायब हो गया।
अब ईओडब्ल्यू की बारी
घोटाले का पैमाना और प्रभावित लोगों की संख्या देखते हुए, पुलिस ने जांच अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंप दी है। स्थानीय लोग उम्मीद जता रहे हैं कि विस्तृत जांच से न केवल दोषियों को सजा मिलेगी बल्कि शायद उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई भी वापस मिल सके।