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एम्स भुवनेश्वर ने कीट-टीबीआई और बीसीकेआईसी फाउंडेशन के साथ किया समझौता
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स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकियों के विकास, सत्यापन और कार्यान्वयन हेतु एक मजबूत मंच तैयार
भुवनेश्वर। स्वास्थ्य सेवा नवाचार को आगे बढ़ाने और नैदानिक उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, एम्स भुवनेश्वर ने आज कीट-टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (कीट-टीबीआई) और भुवनेश्वर सिटी नॉलेज इनोवेशन क्लस्टर (बीसीकेआईसी) फाउंडेशन के साथ एक समझौता किया है।
इस सहयोग का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकियों के विकास, सत्यापन और कार्यान्वयन हेतु एक मजबूत मंच तैयार करना, स्वास्थ्य सेवा नवाचार विकास में तेजी लाना और ओडिशा में स्वास्थ्य सेवा स्टार्टअप्स को आकर्षित करना है। यह स्वास्थ्य सेवा, निदान और डिजिटल स्वास्थ्य में संयुक्त उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करने में भी मदद करेगा।
एम्स भुवनेश्वर में एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक प्रो (डॉ) आशुतोष विश्वास और कीट-टीबीआई के सीईओ एवं बीसीकेआईसी के अध्यक्ष डॉ मृत्युंजय सुआर की गरिमामयी उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर डॉ आशुतोष विश्वास ने कहा कि यह साझेदारी एम्स भुवनेश्वर को एक राष्ट्रीय ट्रांसलेशनल इनोवेशन हब के रूप में स्थापित करेगी, जिससे चिकित्सा उत्पाद विकास, प्रौद्योगिकी उन्नयन, प्रभावी आईपी प्रबंधन और नैदानिक उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।
इस समझौता के माध्यम से एम्स भुवनेश्वर, कीट-टीबीआई और बीसीकेआईसी संयुक्त रूप से नवाचार एवं स्टार्टअप कार्यक्रम, बूटकैंप, नियामक कार्यशालाएँ और स्टार्टअप-निवेशक गोलमेज सम्मेलन आयोजित करने की दिशा में काम करेंगे। साथ ही, टेलीहेल्थ प्लेटफॉर्म, एआई-आधारित डायग्नोस्टिक टूल और रिमोट मॉनिटरिंग डिवाइस जैसे हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी वैलिडेशन भी आयोजित किए जाएंगे। इसी प्रकार, कौशल विकास और उद्यमिता के लिए, क्लिनिकल इनोवेशन, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और हेल्थकेयर स्टार्टअप्स के इनक्यूबेशन को बढ़ावा दिया जाएगा। उच्च-स्तरीय नैदानिक उपकरणों, नैदानिक सत्यापन विधियों और उन्नत अनुसंधान सुविधाओं से युक्त एक उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जाएगी।
इस समारोह में बीसीकेआईसी की सीईओ और कीट-टीबीआई की सलाहकार डॉ नम्रता मिश्रा, एम्स भुवनेश्वर के डीन (अनुसंधान) डॉ सत्यजीत मिश्र, एम्स भुवनेश्वर की समझौता ज्ञापन समिति की सचिव डॉ रितुपर्णा मैती, कीट-टीबीआई की प्रबंधक (तकनीकी नवाचार) डॉ जयलक्ष्मी दाश और बीसीकेआईसी के प्रबंधक अर्पण घोष भी उपस्थित थे।
इस रणनीतिक साझेदारी से ओडिशा को स्वास्थ्य सेवा नवाचार और उद्यमिता के केंद्र के रूप में बदलने की उम्मीद है, जो भारत की डिजिटल स्वास्थ्य और चिकित्सा प्रौद्योगिकी उन्नति की यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।