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भारी मात्रा में हथियार बरामद
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छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा पर सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता
भुवनेश्वर। सुरक्षा बलों को रविवार को उस समय बड़ी कामयाबी मिली, जब ओडिशा–छत्तीसगढ़ सीमा पर सक्रिय चार कुख्यात माओवादियों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटकों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में दो पुरुष और दो महिला माओवादी शामिल हैं, जो पिछले एक दशक से दोनों राज्यों में दहशत फैला रहे थे।
आत्मसमर्पण करने वालों में डीजीएन डिवीजन सदस्य दीपक उर्फ भीमा मांडवी, सुरक्षा टीम सदस्य कैलाश, एरिया कमेटी सदस्य रनीता उर्फ पायकी और सुजिता शामिल हैं। बताया गया है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पहले ही दीपक पर 8 लाख, कैलाश और रनीता पर 5-5 लाख तथा सुजिता पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
हथियार और नकदी जब्त
आत्मसमर्पण के दौरान पुलिस ने 16 लाख रुपये नकद, 31 गोलियां, दो खाली मैगजीन, डेटोनेटर, आठ बीजीएल, 12 बोर की कारतूस और बड़ी मात्रा में माओवादी साहित्य बरामद किया। जानकारी के अनुसार, गारियाबंद पुलिस, सीआरपीएफ 65 बटालियन, सीआरपीएफ 211 और कोबरा 207 यूनिट के समक्ष हुए आत्मसमर्पण के समय रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्र और एंटी-नक्सल ऑपरेशन आईजी अंकित गर्ग मौजूद रहे।
माओवादी प्रभाव पर करारा प्रहार
विशेषज्ञों के अनुसार, यह आत्मसमर्पण ओडिशा–छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र में माओवादी प्रभाव के लिए बड़ा झटका साबित होगा और आने वाले दिनों में उनकी गतिविधियों पर और अंकुश लगने की संभावना है।