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मेडिकल अवकाश का बहाना बनाकर गए विदेश
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संबंधित अधिकारियों पर निलंबन एवं कारण बताओ नोटिस जारी
भुवनेश्वर। ओडिशा के प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) के सात अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने बीमारी का बहाना बनाकर मेडिकल अवकाश लिया और इसी दौरान विदेश यात्रा पर निकल गए। यह घटना उस समय हुई जब राज्यभर के किसान पंजीकरण और खाद वितरण की प्रक्रिया में व्यस्त थे। इस खुलासे के बाद किसानों में आक्रोश फैल गया है और संबंधित अधिकारियों पर निलंबन एवं कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
सोनपुर में कार्रवाई, बौध में चुप्पी
सोनपुर जिले में सहकारी समितियों के तीन सचिवों, लच्छीपुर के मंझया धरुआ, मयूरदान के धनेश्वर साहू और रेंगाली के अरुण पुजारी, को निलंबित कर दिया गया है। इन अधिकारियों ने बीमार होने का बहाना बनाकर अवकाश लिया था, लेकिन वायरल हुई तस्वीरों से पता चला कि वे थाईलैंड में सैर-सपाटा कर रहे थे।
वहीं, बौध जिले में भी इसी तरह के आरोप लगे हैं, पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि बौध के जिला सहकारी निबंधक गिरीश चंद्र पुरोहित भी उसी विदेश यात्रा में शामिल थे, जिसके कारण कार्रवाई टल रही है।
कारण बताओ नोटिस जारी
बौध के सहायक निबंधक ने चार सचिवों, बौध के सत्यजीत कर, खुंटाबंध के देवाशीष मिश्र और लुणीबाहल के संजीव कुमार प्रधान, को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। उनसे कार्यालय से अनुपस्थिति, किसान पंजीकरण कार्य की उपेक्षा और विदेश यात्रा के संबंध में जवाब मांगा गया है।
किसान नेताओं का आक्रोश
किसान संगठनों ने इस घटना को गहरी लापरवाही बताया है। जिला किसान परिषद के अध्यक्ष बैकुंठ सतपथी ने कहा कि जब किसान पंजीकरण और खाद वितरण जैसी अहम प्रक्रिया चल रही थी, तब अधिकारी मौज-मस्ती में विदेश घूमने चले गए। वहीं किसान नेता विकाश महाकुद ने सवाल उठाया कि जब प्रमुख अधिकारी खुद इसमें शामिल हैं तो निष्पक्ष कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जा सकती है?