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विकास, सुरक्षा और सशक्तिकरण की नई राह का लिया संकल्प
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भुवनेश्वर में 79वें स्वतंत्रता दिवस पर मोहन माझी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की
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विकास के केंद्र में महिलाओं, किसानों, गरीबों और युवाओं को रखा
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जनता से ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ को अपनाने की अपील
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी भुवनेश्वर के पीएमजी चौक में ध्वजारोहण कर राज्यवासियों को संबोधित किया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया, आतंकवाद की कड़ी निंदा की और महिलाओं, किसानों, गरीबों तथा युवाओं को केन्द्र में रखकर भविष्य की विकास योजनाओं का खाका प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार और भारतीय सेना की सराहना करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस अभियान में 9 आतंकवादी ठिकाने और 11 पाकिस्तानी चौकियां ध्वस्त की गईं। साथ ही उन्होंने जनता से ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ को अपनाने की अपील की।
22,896 पदों पर स्वीकृति शीघ्र
सरकारी नियुक्तियों पर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 28,392 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है, 34,500 पदों की प्रक्रिया जारी है और 22,896 पदों पर स्वीकृति शीघ्र मिलेगी। सरकार का लक्ष्य 65,000 नियुक्तियों का था, परंतु यह संख्या 85,000 तक पहुंच सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी में नई क्रांति आएगी
निजी क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए मुख्यमंत्री ने बताया कि ओड़िशा में सेमीकंडक्टर परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी में नई क्रांति आएगी। साथ ही फार्मा सम्मेलन का आयोजन कर राज्य को औषधि निर्माण का केन्द्र बनाने और लगभग 2.5 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।
महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सुभद्र योजना में अब तक 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को जोड़ा गया है और तीसरी किस्त के रूप में 15,000 रुपये की राशि प्रदान की गई है। इस वर्ष के बजट में महिलाओं के लिए 89,861 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। महिला सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई होगी।
विश्वविद्यालय और महाविद्यालय ‘सुरक्षित क्षेत्र’ घोषित होंगे
राज्यभर में मादक पदार्थों और संगठित अपराधों पर कड़ा अभियान चलेगा। सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय ‘सुरक्षित क्षेत्र’ घोषित होंगे, जहां शराब और नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध रहेगा। ‘शाक्तिश्री कार्यक्रम’ के तहत कैंपस सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा और त्वरित शिकायत निवारण तंत्र लागू होगा।
शिक्षा और युवाओं के अवसर
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हर पंचायत में गोदाबरिश मिश्र मॉडल प्राथमिक विद्यालय स्थापित होंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति, पीएम-उषा, पीएम-श्री, निपुण ओडिशा, शहीद माधो सिंह छात्रवृत्ति और दसवीं तक मध्यान्ह भोजन योजना को व्यापक रूप से लागू किया जाएगा।
स्नातक छात्रों के लिए इंटर्नशिप होगा संस्थागत
उच्च शिक्षा में सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों को 11.25 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। स्नातक छात्रों के लिए इंटर्नशिप को संस्थागत बनाया जाएगा। युवाओं को सेना में शामिल होने हेतु ‘अग्निवीर प्रशिक्षण’ की भी शुरुआत होगी।
स्वास्थ्य सेवाएं और चिकित्सा ढांचा
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत को राज्य की गोपबंधु जन आरोग्य योजना और आयुष्मान बयो बंधना से जोड़ दिया गया है, जिससे 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों सहित 82 प्रतिशत से अधिक आबादी को स्वास्थ्य कवरेज मिला है। अब तक लगभग 4 लाख मरीजों का 936 करोड़ रुपये का निःशुल्क उपचार किया जा चुका है।
नए सरकारी मेडिकल कॉलेज की घोषणा
राज्य में इस समय 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। नये कॉलेज ढेंकानाल, जगतसिंहपुर, भद्रक और नवरंगपुर में स्थापित होंगे। ब्रह्मपुर मेडिकल कॉलेज को एआईआईएमएस स्तर पर उन्नत करने की योजना शीघ्र लागू होगी। बड़े अस्पतालों में मरीजों के परिजनों के लिए 2,250 बजट बेड बनाए जाएंगे।
राष्ट्रीय एकता की रक्षा का आह्वान
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि हमें राष्ट्रीय एकता की रक्षा करनी है, सैनिकों और शहीदों के बलिदान का सम्मान करना है और देशी उत्पादों को अपनाना है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि आइए, हम सब मिलकर भारत में बने सामान का उपयोग करें। अपने संबोधन का समापन उन्होंने “जय जगन्नाथ” के उद्घोष के साथ किया।