भुवनेश्वर । भुवनेश्वर के भंज कला मंडप में आयोजित ओडिशा के अग्रणी नृत्य संस्थान ‘नृत्याशा’ के 7वें वार्षिकोत्सव में नन्हें ओडिशी कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समूह नृत्य में मंगलाचरण, ‘लाजे मुँ’, ‘केले छंद’, ‘मो जगाकालिया रे’, ‘बसंत पल्लवी’, ‘आहे नीलमणि’, ‘नवदुर्गा’, लोकनृत्य, मीरापट्टनायक का एकल अभिनय और समूह रूप में जगन्नाथ भजन की प्रस्तुति ने दर्शकों के दिल जीत लिए।
संस्थान की स्थापना श्रीमती प्रियदर्शिनी प्रधान ने की थी, जिसके कलाकार देश-विदेश में ओडिशी नृत्य की गौरवमयी पहचान बना चुके हैं। इस अवसर पर ‘रुद्राक्ष फाउंडेशन’ के संस्थापक और ओडिशी के प्रख्यात गुरु श्री बिचित्रानंद स्वाईं को ‘नृत्याशा सम्मान – 2025’ से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में गुरु श्री बिचित्रानंद स्वाईं के निर्देशन में रुद्राक्ष संस्था के दो प्रमुख कलाकार—श्री संतोष राम और श्री समीेर पाणिग्राही—ने भी अपनी उत्कृष्ट नृत्य प्रस्तुति दी। इसके बाद ‘नृत्याशा’ के कलाकारों की सामूहिक प्रस्तुति ने कार्यक्रम को और भी यादगार बना दिया। पूरे आयोजन का संचालन इं. श्रीनिवास घटुआरी (मिलन) ने किया।