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पीएम पोषण योजना के तहत राज्य सरकार का निर्णय
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बच्चों को पोषण देने की पहल में बदलाव
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सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने पीएम पोषण योजना के तहत एक अहम निर्णय लिया है। अब अंडा नहीं खाने वाले छात्रों को फल उपलब्ध कराए जाएंगे। यह निर्णय बच्चों की आहार प्राथमिकताओं और पोषण आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चे को संतुलित और पर्याप्त पोषण मिले, चाहे उसकी खानपान की आदतें कैसी भी हों।
राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में पत्र के माध्यम से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यह व्यवस्था राज्यभर के शिशु वाटिका (प्री-प्राइमरी) से लेकर कक्षा 10 तक के छात्रों पर लागू होगी। जिन दिनों मिड-डे मील में अंडा परोसा जाएगा, उन दिनों अंडा न खाने वाले छात्रों को फल दिए जाएंगे।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, फल विटामिन, मिनरल्स और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं, जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी हैं। पीएम पोषण योजना के दिशानिर्देशों में संतुलित आहार पर विशेष जोर दिया गया है और फल के माध्यम से बच्चों को आवश्यक कैलोरी और प्रोटीन भी उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
सरकार का यह कदम छात्रों के स्वास्थ्य की रक्षा के साथ-साथ उनकी खानपान की मान्यताओं का भी सम्मान करता है, जिससे शैक्षणिक संस्थानों में समावेशी और संवेदनशील वातावरण का निर्माण होगा।