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क्रेडाई की राष्ट्रीय सभा में दिए सतत आवास, नवाचार और उपभोक्ता विश्वास पर सुझाव
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कहा – यह केवल बैठक नहीं, साझी प्रतिबद्धता का संगम है
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क्रेडाई ओडिशा के नए अध्यक्ष बने स्वदेश कुमार राउतराय
भुवनेश्वर। ‘विकसित ओडिशा 2036’ और ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने में रीयल एस्टेट क्षेत्र की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बात ओडिशा के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपाटी ने भुवनेश्वर में आयोजित भारतीय रीयल एस्टेट डेवलपर्स संघों के परिसंघ (क्रेडाई) की 2025 की विशिष्ट आम सभा के उद्घाटन सत्र में कही। उन्होंने इसे केवल एक बैठक नहीं, बल्कि विचार, संकल्प और साझी प्रतिबद्धता का संगम बताते हुए कहा कि रियल एस्टेट केवल ईंट और पत्थर का खेल नहीं, बल्कि यह मानव गरिमा, आकांक्षाओं और अवसरों का प्रतिनिधित्व करता है।
राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित इस भव्य सभा में देशभर से प्रमुख रीयल एस्टेट डेवलपर्स, नीति निर्माता, सरकारी प्रतिनिधि और क्रेडाई के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भाग लिया। नौ वर्षों के लंबे अंतराल के बाद ओडिशा को यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय आयोजन मिला है, जिसे राज्य के रीयल एस्टेट परिदृश्य में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में रीयल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता, कौशल विकास और नीति निर्माण में क्रेडाई की भूमिका की सराहना की। उन्होंने सस्ती और सतत आवासीय परियोजनाओं, तकनीकी नवाचार, उपभोक्ता विश्वास और संतुलित शहरी विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
सभा में एकाम्र विधायक बाबू सिंह ने डेवलपर्स को “आधुनिक विश्वकर्मा” बताते हुए कहा कि वे केवल इमारतें नहीं, बल्कि शहरों और भविष्य को आकार दे रहे हैं। वहीं, क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर पटेल ने भुवनेश्वर, कटक और पुरी को मिलाकर त्रि-शहर मॉडल को पूर्वी भारत का शहरी इंजन बताया और लंबित रजिस्ट्रेशन मामलों के समाधान के लिए राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की।
क्रेडाई भुवनेश्वर की चेयरमैन व कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन और त्रि-शहर विकास योजनाओं के साथ भुवनेश्वर पूर्वी भारत का रीयल एस्टेट हब बनने की ओर अग्रसर है। सभा में क्रेडाई ओडिशा के नए अध्यक्ष के रूप में स्वदेश कुमार राउतराय की सर्वसम्मति से नियुक्ति की घोषणा भी की गई।