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पिता ने अपना बच्चा मानने से किया इनकार
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इलाज के लिए नहीं दिया स्वास्थ्य कार्ड
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मां ने पति पर लगाया क्रूरता और लापरवाही का आरोप
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पुलिस स्टेशन के सामने शव लेकर धरने पर बैठी
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां एक मां ने आरोप लगाया है कि उसके सात माह के बेटे की मौत इसलिए हो गई, क्योंकि पिता ने उसे इलाज के लिए आवश्यक स्वास्थ्य कार्ड देने से इनकार कर दिया। पीड़िता कविता नायक ने बताया कि जब उनका बच्चा बीमार पड़ा, तो उन्होंने अपने पति गंगाधर नायक से बार-बार परिवार के स्वास्थ्य कार्ड का उपयोग करने की अनुमति मांगी, लेकिन पति ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि यह बच्चा मेरा नहीं है।
कविता का कहना है कि आर्थिक तंगी के कारण वह बच्चे का इलाज नहीं करवा सकीं। उनकी मां ने इलाज के लिए अपने सारे सोने के गहने तक बेच दिए, लेकिन पर्याप्त पैसे नहीं जुट पाए। स्वास्थ्य कार्ड होता तो सरकारी सहायता के तहत इलाज संभव हो सकता था, लेकिन पति के इनकार के चलते समय पर इलाज नहीं मिल सका और मासूम की जान चली गई।
पुलिस स्टेशन के सामने धरना
अपने बेटे की मौत के बाद गम में डूबी कविता न्याय की मांग को लेकर खंडगिरि थाने पहुंचीं। उन्होंने अपने मृत बेटे को गोद में लिए पुलिस स्टेशन के सामने धरना शुरू कर दिया और अपने पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कविता ने गंगाधर पर जानबूझकर इलाज से वंचित रखने, क्रूरता और लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है।
साफ कह दिया कि बच्चा उसका नहीं
कविता ने रोते हुए कहा कि मेरे बच्चे को लेकर कई सपने थे। मैंने अपने पति से बार-बार विनती की कि वो साइन कर दे ताकि कार्ड से इलाज हो सके। लेकिन उसने साफ कह दिया कि बच्चा उसका नहीं है, इसलिए वह कार्ड नहीं देगा। अगर उसने साइन कर दिया होता, तो आज मेरा बच्चा जिंदा होता।
गिरफ्तारी की मांग
घटना के संबंध में पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था, लेकिन कविता की गुहार और धरने ने पूरे इलाके में संवेदना और आक्रोश की लहर फैला दी है। वह अपने बच्चे की मौत के लिए गंगाधर नायक को जिम्मेदार ठहराते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं।