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करीब 500 मीटर तक घुस आया पानी
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ग्रामीणों में दहशत का माहौल
जगतसिंहपुर। ओडिशा के जगतसिंहपुर ज़िले के सिआली समुद्र तट के पास समुद्र की लहरें एक बार फिर प्राकृतिक तटरेखा को पार करते हुए अंदर तक घुस गईं, जिससे गांवों में अफरा-तफरी मच गई। यह समुद्री पानी तट के बाद करीब 500 मीटर तक भीतर घुस आया, जिससे खेतों में खारे पानी का जमाव हो गया और कई अस्थायी दुकानें और घर आंशिक रूप से जलमग्न हो गए।
घटना जगतसिंहपुर ज़िले के एरसामा ब्लॉक के अंतर्गत स्थित सिआली क्षेत्र में हुई, जहां कल दोपहर के करीब समुद्र का पानी अचानक तेजी से अंदर आ गया। इसके चलते खेती लायक जमीन खारे पानी से बर्बाद हो गई और तटीय क्षेत्रों की झाऊं (कैसुरीना) वनस्पति भी प्रभावित हुई। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से ग्रामीणों में भय और असुरक्षा का माहौल फैल गया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पानी उनके घरों और दुकानों में घुस गया, जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। एक दुकानदार ने कहा कि समुद्र की यह अचानक और आक्रामक लहर बेहद डरावनी थी। हमें डर है कि अब यह बार-बार होने लगेगा।
पर्यावरण विशेषज्ञों ने इस लगातार हो रही तटीय कटाव, समुद्री जलस्तर में वृद्धि और मौसमीय बदलाव को इसके पीछे की मुख्य वजह बताया है। उनका मानना है कि यह घटना जलवायु परिवर्तन के प्रत्यक्ष प्रभावों में से एक है, जिससे ओडिशा का तटीय इलाका लगातार त्रस्त है।
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से तटीय बांधों के निर्माण और दीर्घकालिक समाधान की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाओं से भविष्य में सुरक्षा मिल सके। हालांकि, खबर लिखे जाने तक जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।
गौरतलब है कि बंगाल की खाड़ी से सटे होने के कारण ओडिशा लगातार जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभाव झेल रहा है। यहां बार-बार आने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवात, आकाशीय बिजली की बढ़ती घटनाएं, असमय और अनियमित वर्षा तथा तटीय क्षरण की घटनाएं आम हो चुकी हैं।
स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि जगतसिंहपुर जैसे तटीय जिले अब लगातार डूबने और बर्बाद होने के खतरे की चपेट में हैं। अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में यह क्षेत्र स्थायी संकट का शिकार हो सकता है।