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जांच के लिए कॉलेज पहुंची यूजीसी की फैक्ट फाइंडिंग टीम
बालेश्वर। एफएम कॉलेज की छात्रा द्वारा आत्मदाह किए जाने के मामले की जांच के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम शुक्रवार को कॉलेज पहुंची। प्रोफेसर राज कुमार मित्तल के नेतृत्व में टीम ने कॉलेज परिसर में जांच शुरू की और कॉलेज प्रशासन से बातचीत की।
आईसीसी, फैकल्टी और छात्र जांच के दायरे में
टीम 8 से 9 छात्रों से पूछताछ कर सकती है, खासकर उन छात्रों से जो घटना के वक्त मौजूद थे या जिन्होंने पहले शिकायत दर्ज कराई थी। सभी फैकल्टी सदस्य, आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) के सदस्य और अन्य स्टाफ से भी पूछताछ होगी। आईसीसी को जांच टीम के सामने पेश होने का नोटिस जारी किया गया है। जांच बारीकी से की जा रही है।
महत्वपूर्ण सवाल और पूर्व लापरवाही पर उठे सवाल
इस बात की जांच हो रही है कि क्या छात्रा ने आत्मदाह की योजना के संकेत पहले दिए थे और क्या उसकी पिछली शिकायतों को नजरअंदाज किया गया। यूजीसी की टीम यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं छात्रा को ऐसा कदम उठाने के लिए उकसाया तो नहीं गया।
कई पहलुओं से हो रही जांच
यूजीसी और क्राइम ब्रांच दोनों ही अलग-अलग जांच कर रहे हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन की भूमिका और पूर्व शिकायतों के निपटारे में हुई संभावित लापरवाही जैसे पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
पेट्रोल कहां से आया, क्राइम ब्रांच जांच में जुटी
छात्रा की आत्मदाह की घटना में नया मोड़ आया है। क्राइम ब्रांच ने जांच तेज कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पीड़िता तक ज्वलनशील पदार्थ आखिर कैसे पहुंचा। सूत्रों के मुताबिक, यह अहम जांच का विषय है कि पेट्रोल छात्रा ने खुद खरीदा था या कोई और उसे लाकर दिया था।
कॉलेज के पास स्थित एक पेट्रोल पंप पर क्राइम ब्रांच की टीम ने विस्तृत जांच की है। अधिकारियों ने वहां से सीसीटीवी का हार्ड डिस्क जब्त कर लिया है और पेट्रोल पंप प्रबंधक सहित कई कर्मचारियों से पूछताछ की है। जांचकर्ता सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि उस दिन की कोई संदिग्ध गतिविधि या लेन-देन का पता चल सके।
टीम ने कॉलेज का किया दौरा
क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम, जिसमें आईजी एस सैनी और जांच अधिकारी शामिल थे, ने एफएम कॉलेज का दौरा किया। उन्होंने छात्रों और कॉलेज प्रशासन से बातचीत की और घटना वाले दिन की परिस्थितियों के बारे में जानकारी जुटाई।
प्रत्यक्षदर्शी घायल छात्र से की पूछताछ
क्राइम ब्रांच की एक दो सदस्यीय टीम एससीबी मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग पहुंची, जहां प्रत्यक्षदर्शी और घायल छात्र ज्योति प्रकाश बिस्वाल का इलाज चल रहा है। बिस्वाल ने अधिकारियों को घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी कि कैसे यह घटना घटी और छात्रा आग की चपेट में कैसे आई। टीम ने इलाज कर रहे डॉक्टरों से भी उसकी चोटों की गंभीरता और प्रकृति को लेकर जानकारी ली।