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बीएमसी अधिकारी पर हमले के मामले में गिरफ्तार
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14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हमले के मामले में एक अहम मोड़ आया है। वरिष्ठ भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान को गुरुवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया, जब उन्होंने स्वयं भुवनेश्वर के डीसीपी कार्यालय में आत्मसमर्पण किया।
घटना को लेकर बढ़ते दबाव के बीच प्रधान ने पुलिस के समक्ष पेश होकर जांच में पूर्ण सहयोग देने की बात कही। गिरफ्तारी के बाद उन्हें नियमित चिकित्सकीय परीक्षण के लिए कैपिटल अस्पताल ले जाया गया।
घटना में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार
गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बात करते हुए प्रधान ने कहा कि मेरा नाम लेकर ओएएस संघ के पदाधिकारी काम पर नहीं आ रहे हैं। इस कारण बाढ प्रभावित लोगों को मुआबजा मिलने में देरी हो रही है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मैं जांच में सहयोग के लिए यहां आया हूं। अगर मेरी गिरफ्तारी से मामला सुलझ सकता है, तो मैं इसके लिए तैयार हूं। हालांकि उन्होंने घटना में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा कि बीएमसी के अधिकारी पर हमले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। यह हमारी पार्टी और सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद वाणी विहार चौक पर हालात तनावपूर्ण
प्रधान की गिरफ्तारी के तुरंत बाद वाणी विहार चौक पर हालात तनावपूर्ण हो गए, जब सैकड़ों समर्थकों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। इसके चलते भुवनेश्वर से गुजरने वाले इस मार्ग पर भारी जाम लग गया और यात्रियों को कई घंटों तक परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया और प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर मार्ग को खाली कराने के प्रयास किए गए।
बाद में प्रधान को अदालत में पेश किया गया, जहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई। अदालत के आदेश के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यह जानकारी उनके वकील ने साझा की।
ओएएस एसोसिएशन ने आंदोलन वापस लिया
भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हमले के विरोध में चल रहा ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) एसोसिएशन का आंदोलन गुरुवार देर शाम समाप्त हो गया। यह निर्णय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता जगन्नाथ प्रधान की गिरफ्तारी के बाद लिया गया।
ओएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मीडिया को दिए एक बयान में बताया कि आंदोलन समाप्त करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है और सभी अधिकारियों से अपनी ड्यूटी पर लौटने का अनुरोध किया गया है।
ज्ञात हो कि सोमवार को कुछ उपद्रवियों ने बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को उनके कार्यालय से खींचकर बाहर निकाला और उन पर हमला कर दिया था। इस घटना के विरोध में ओएएस अधिकारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर राज्यभर में प्रशासनिक कामकाज ठप कर दिया था।
इस हड़ताल के कारण भुवनेश्वर सहित पूरे ओडिशा में प्रशासनिक कार्य और जनसेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। ओएएस अधिकारी लगातार इस हमले के पीछे मुख्य साजिशकर्ता बताए जा रहे भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
रत्नाकर साहू के खिलाफ गंभीर आरोपों वाला ऑडियो वायरल
भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू के खिलाफ गंभीर आरोपों वाला कुछ ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। ऑडियो में कुछ महिलाएं साहू पर मानसिक प्रताड़ना और दुर्व्यवहार के आरोप लगाते हुए सुनाई दे रही हैं। पीड़ित महिलाएं भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान से फोन पर शिकायत दर्ज करा रही हैं और न्याय की मांग कर रहीं हैं। इस प्रकरण से बीएमसी प्रशासन में हड़कंप मच गया है।