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कहा-किसी तरह का तात्कालिक खतरा नहीं
भुवनेश्वर। ओडिशा के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। राज्य के प्रमुख नदियों सुवर्णरेखा, बूड़ाबलंग, जलका और बैतरिणी में जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। जल संसाधन विभाग ने मंगलवार को पुष्टि की कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और किसी तरह का तात्कालिक खतरा नहीं है।
जल संसाधन विभाग (प्रोक्योरमेंट) के मुख्य अभियंता सागर मोहंती ने बताया कि पिछले 48 घंटों में जलस्तर लगातार घट रहा है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे पानी का स्तर नीचे जा रहा है। गोविंदपुर में दो दिन पहले जलस्तर 7.28 मीटर था, जो अब घटकर 5.2 मीटर रह गया है। जामचाला घाट में पहले यह 11.56 मीटर था, जो अब घटकर 10.63 मीटर पर आ गया है। जलका नदी में जलस्तर 7.19 मीटर से घटकर अब 6.48 मीटर हो गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति काबू में आ गई है।
उन्होंने आगे बताया कि बैतरिणी नदी में भी थोड़ी जल आवक हुई थी, जहां जलस्तर 18.32 मीटर तक पहुंचा था, लेकिन फिलहाल कोई खतरे की स्थिति नहीं है और हालात स्थिर बने हुए हैं।
अखुआपड़ा और जामचाला घाट के पास जलस्तर अभी भी खतरे के निशान के करीब है, लेकिन इसमें लगातार गिरावट हो रही है। वहीं, गोविंदपुर में जलस्तर पहले ही सावधानिक सीमा से नीचे आ चुका है।
इस बीच, प्रशासन की निगाहें महानदी और ब्राह्मणी नदी बेसिन पर टिकी हुई हैं, जहां कम दबाव का क्षेत्र बनने से बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि, हीराकुंड बांध में जलग्रहण क्षमता मजबूत है और जलस्तर 600 फीट पर स्थिर है।
झारखंड के चांडिल डैम से अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए 9 गेट खोले गए हैं, लेकिन स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। विभाग ने सभी संवेदनशील इलाकों में प्रमुख अभियंताओं को तैनात किया है, ताकि जल प्रबंधन को सही ढंग से संभाला जा सके।
अधिकारियों का कहना है कि यदि बारिश की तीव्रता नहीं बढ़ती, तो बाढ़ की स्थिति जल्द ही पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।