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मारवाड़ी युवा मंच भुवनेश्वर के सदस्यों ने मिलकर सेवा को धर्म और परंपरा को कर्म बनाया
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रथयात्रा में 20 घंटे से अधिक चला भंडारा लगभग 1 लाख से अधिक लोगों ने किया भोजन
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मारवाड़ी सोसाइटी की तीन पीढ़ियां एक साथ नारायण सेवा में थीं लीन
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बुज़ुर्गों का आशीर्वाद, युवाओं की ऊर्जा और महिलाओं की ममता ने किया कमाल
पुरी। पुरी में रथयात्रा केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि उस समय संस्कारों की जीवंत पाठशाला बन गई, जब मारवाड़ी समाज के सदस्यों ने मिलकर सेवा को धर्म और परंपरा को कर्म बना दिया।
एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं को अन्न सेवा देना कोई साधारण आयोजन नहीं था। यह समर्पण, एकजुटता और सांस्कृतिक मूल्यों का परिणाम था। इस कार्य में मारवाड़ी युवा मंच भुवनेश्वर की पूरी टीम मारवाड़ी सोसाइटी भुवनेश्वर के मार्गदर्शन में जुटी हुई थी।
सेवा का यह शिविर न केवल भुवनेश्वर की शाखा का आयोजन था, बल्कि एक समाज के रूप में मारवाड़ी सोसाइटी की सांस्कृतिक चेतना का प्रमाण था। मंच की अध्यक्ष गीतांजलि केजरीवाल के नेतृत्व में जहाँ महिलाओं की भागीदारी सेवा को सजीव बना रही थी, वहीं मंच के पूर्व अध्यक्षों मुन्ना अग्रवाल, हरीश अग्रवाल, वरिष्ठजनों और युवाओं ने कंधे से कंधा मिलाकर एक नई मिसाल पेश की।
सेवा कार्य में कोई छोटा-बड़ा नहीं था। मंच के वरिष्ठ नेता जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश जैन, प्रांतीय
अजय शर्मा, मोहित नहटा, चेतन टिबरेवाल स्वयं सामने आकर सेवा कार्य में ना सिर्फ हौसला अफजाई की, बल्कि खुद भी भोजन परोसने में जुटे रहे।
सेवा टीम के चेयरमैन साकेत अग्रवाल और उनकी टीम ने यह सुनिश्चित किया कि हर श्रद्धालु तक भोजन, पानी और सम्मान पहुँचे।
रथयात्रा के इस अवसर पर मारवाड़ी सोसाइटी की तीन पीढ़ियां एक साथ सेवा में लीन थीं — बुज़ुर्गों की आशीर्वाद, युवाओं की ऊर्जा और महिलाओं की ममता। इन तीनों ने कमाल कर दिखाया।
सभी संयोजकों आशीष बंसल, नरेंद्र अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, विकास चंचन ने मिलकर कहा कि इस टीम ने दिखा दिया कि जब समाज संगठित होता है, तो सेवा उत्सव बन जाती है।
पुरी रथयात्रा सेवा शिविर की सफलता पर मारवाड़ी युवा मंच भुवनेश्वर की अध्यक्ष गीतांजलि केजरीवाल ने सभी सेवकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मारवाड़ी सोसाइटी के अध्यक्ष संजय लाठ, सचिव जितेन्द्र मोहन गुप्ता और कोषाध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल को धन्यवाद दिया।
इसके साथ ही संयोजक राजेश केजरीवाल, साकेत अग्रवाल, जगमोहन, आशीष बंसल, नरेंद्र अग्रवाल, दीपक अग्रवाल और विकास चांचन के योगदान की सराहना की। गीतांजलि ने कहा कि सेवा समाज की आत्मा है और यह सफलता सभी की एकजुटता का परिणाम है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश जैन के मार्गदर्शन ने सेवा को और दिव्यता प्रदान की।
शिविर की सफलता पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश जैन और प्रांतीय अध्यक्ष राजेश शर्मा ने सभी सेवकों को सम्मानित किया।
जैन ने कहा कि यह पहला मौका है जब मुझे ऐसे भव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर मिला और मैं इस तरह की व्यवस्था को देखकर काफी खुश हूं कि मेरी टीम सेवा को कर्म के रूप में देख रही है।
उन्होंने कहा कि जहां भी सेवा में संस्कार और संस्कृति का तड़का लगता है तो ऐसे भव्य भंडारे चलते हैं। उन्होंने कहा कि यह सेवा की विरासत ओडिशा में एक मिसाल कायम कर रही है। इसी तरह से अजय शर्मा ने भी आयोजन में जुटी सभी टीम को प्रोत्साहित किया।