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मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जताया भरोसा
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कहा- अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा
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राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम आयोजित
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मुख्यमंत्री ने कटक में राज्य स्तरीय “नारी शक्ति समावेश” का उद्घाटन किया
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ओडिशा की नारी शक्ति को हमारी सबसे श्रेष्ठ शक्ति बनाना हमारा लक्ष्य – मुख्यमंत्री
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भरोसा जताया कि ओडिशा महिला सशक्तिकरण में देश का एक मॉडल राज्य बनेगा और अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा।
राज्य सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज कटक के बालियात्रा मैदान में राज्य स्तरीय नारी शक्ति समावेश का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भाग लेते हुए कहा कि महिलाओं को सम्मान देना हमारी राजनीतिक शिक्षा की पहली सीख है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राज्य स्तरीय आयोजन का एकमात्र उद्देश्य ओडिशा की नारी शक्ति को सर्वश्रेष्ठ शक्ति में परिवर्तित करना है। उन्होंने बताया कि सरकार के दूसरे वर्ष की यह पहली बड़ी पहल है क्योंकि राज्य का समग्र विकास तब तक संभव नहीं, जब तक उसकी आधी आबादी यानी महिलाएं सशक्त नहीं होतीं।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि ऐतिहासिक नगरी कटक से शुरू यह पहल राज्य की महिलाओं और बहनों के लिए एक स्वर्णिम युग की शुरुआत साबित होगी।
सुभद्रा योजना की सफलता सरकार के मजबूत संकल्प का प्रमाण
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से ‘सुभद्रा योजना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह ओडिशा के इतिहास की सबसे बड़ी महिला कल्याण योजना है। उन्होंने बताया कि यह केवल महिलाओं की नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक कल्याण योजना है, जिसकी मिसाल राज्य में पहले कभी नहीं देखी गई।
सरकार ने ओडिशा के हर गांव और परिवार से संपर्क कर उनके बारे में जानकारी एकत्र की है। विशेषकर दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों की महिलाओं को, जो अभी तक जागरूक नहीं थीं, उन्हें भी इस योजना से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुभद्रा योजना की सफलता सरकार के मजबूत संकल्प का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि घर-घर जाकर जो डेटा एकत्र किया गया है, वह योजना को हर पात्र महिला तक पहुँचाने में मदद कर रहा है और इससे समाज के सबसे उपेक्षित वर्ग तक लाभ पहुंच रहा है।
सुभद्रा सहायता से कई महिलाएं कमा रहीं हैं बेहतर आजीविका
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपने संबोधन में कहा कि ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों की कई महिलाएं ‘सुभद्रा सहायता’ का उपयोग कर आर्थिक गतिविधियों, सामूहिक कृषि कार्यों आदि के माध्यम से अपने परिवारों के लिए बेहतर आजीविका कमा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह सहायता माताओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक दीर्घकालिक यात्रा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए “लखपति दीदी योजना” की कल्पना की थी। यह हमारे राज्य के लिए, विशेषकर हमारी माताओं के लिए गर्व का विषय है कि ओडिशा पूरे भारत में ‘लखपति दीदी’ बनाने में प्रथम स्थान पर है। अब तक राज्य में 16 लाख से अधिक लक्षपति दीदियां तैयार की जा चुकी हैं।
सभी विभागों ने मिलकर स्वयं सहायता समूहों को कुल 3,695 करोड़ के व्यावसायिक अवसर प्रदान किए
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान वर्ष में राज्य सरकार के सभी विभागों ने मिलकर स्वयं सहायता समूहों को कुल 3,695 करोड़ रुपये के व्यावसायिक अवसर प्रदान किए हैं, जो ओडिशा के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। उन्होंने यह भी कहा कि 3.07 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को लगभग 300 करोड़ रुपये के ऋण माफ कर, उनके आर्थिक सपनों को साकार करने में सहायता दी गई है।
संपूर्ण पोषण योजना के लिए 89,861 करोड़ का प्रावधान
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री संपूर्ण पोषण योजना (एमएसपीवाई) के माध्यम से राज्य की महिलाएं और बच्चे पोषण युक्त भोजन प्राप्त कर रहे हैं, जिससे उनके उज्जवल भविष्य की नींव रखी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिला सशक्तिकरण केवल एक नारा नहीं, बल्कि सरकार की प्रतिबद्धता है। इसी भावना से इस वर्ष के बजट में महिलाओं के लिए 89,861 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव ने अपने भाषण में कहा कि सभी को नारी शक्ति की अमृत चेतना से प्रेरित होकर एक विकसित, समृद्ध और गर्वित ओडिशा के निर्माण का संकल्प लेना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि आज का यह उत्सव केवल सम्मान का आयोजन नहीं है, बल्कि ओडिशा को समानता, समृद्धि और प्रगति का राज्य बनाने का एक संकल्प उत्सव है।
उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से यह वादा करती हूं कि मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व में ‘सुभद्रा सहायता’ और स्वयं सहायता समूहों की कार्यशैली को और तेज़ गति से आगे बढ़ाया जाएगा। आगामी वर्ष में हमारा लक्ष्य है – हर परिवार से एक लक्षपति दीदी और हर पंचायत से एक करोड़पति दीदी का निर्माण करना।
इस अवसर पर राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण अभियान की जमीनी से लेकर राज्य स्तर तक की गतिविधियों को दर्शाते हुए एक कॉफी टेबल बुक तैयार की गई थी, जिसमें लेख और चित्र शामिल थे। इस पुस्तक का विमोचन मुख्यमंत्री और सभी विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया