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मुख्यमंत्री ने पुरी के गोवर्धन पीठ की सुरक्षा और विकास के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया है। उन्होंने पुरी में स्थित ‘गोवर्धन पीठ’ की सुरक्षा और विकास को सुदृढ़ करने के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़े कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने लोक सेवा भवन में पुरी के ‘गोवर्धन पीठ’ के विकास को लेकर आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। इस बैठक में कानून मंत्री प्रथिवीराज हरिचंदन, पुरी सांसद संबित पात्र, मुख्य सचिव मनोज आहूजा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में ‘गोवर्धन पीठ’ से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों, भवनों और प्रतिष्ठानों के संरक्षण और विकास की योजना पर विस्तार से चर्चा हुई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शंकराचार्य को अब ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी, जिससे उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा और बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने ‘गोवर्धन पीठ’ ट्रस्ट बोर्ड के सदस्यों से आग्रह किया कि वे विकास संबंधी अपने सुझाव और योजनाएं राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत करें ताकि पुरी के धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र का संपूर्ण विकास हो सके।
कानून मंत्री प्रथिवीराज हरिचंदन ने भी पत्रकारों को बताया कि पूर्व की बीजद सरकार के दौरान श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना के तहत ध्वस्त किए गए 19 मठों को पुनः स्थापित करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। यह पहल पुरी की धार्मिक धरोहर के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद पुरी के धार्मिक केंद्रों की सुरक्षा और विकास को प्राथमिकता देते हुए ‘गोवर्धन पीठ’ और उसके शंकराचार्य की सुरक्षा व्यवस्था और भी सुदृढ़ होगी।