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हमारी आंखों के सामने तीन की हत्या, छिपकर बचाई जान
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कलमा नहीं पढ़ पाने पर आतंकियों ने मारी गोली
कटक। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में ओडिशा के कटक जिले का एक परिवार बाल-बाल बच गया। इस हमले में कटक के रंजीत भोई और उनके परिवार ने किसी तरह छुपकर अपनी जान बचाई।
रंजीत भोई, उनकी पत्नी, बेटा और बहू मिलकर बाइसरण घाटी घूमने गए थे। घूमते समय और फोटो-वीडियो लेते वक्त अचानक आतंकियों ने हमला कर दिया। चारों तरफ गोलियों की आवाज गूंजने लगी और भगदड़ मच गई।
हमारी आंखों के सामने तीन लोगों को मारा
घटना को याद करते हुए घायल महिला ने बताया कि आतंकी हमारे पास ही खड़ा था। उसने तीन लोगों को गोली मार दी। हम किसी तरह बच पाए। एक महिला ने आतंकी से कहा कि उसे भी मार डाले, तो आतंकी ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी को बुलाओ। यह भयावह दृश्य मैं कभी नहीं भूलूंगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकियों ने पर्यटकों से कलमा पढ़ने को कहा। जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई। रंजीत भोई ने बताया कि वे और उनका परिवार आतंकियों से महज 4-5 मीटर की दूरी पर एक शेड के नीचे छिपे थे। आतंकियों ने उनके सामने ही तीन पर्यटकों को गोली मार दी।
हिंदू पर्यटकों को बनाया निशाना
रंजीत भोई ने बताया कि आतंकियों ने खासतौर पर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि हम 2 बजे वहां पहुंचे थे। तभी अचानक गोलियां चलने लगीं। वहां मौजूद एक सुरक्षाकर्मी को भी आतंकियों ने मार डाला। मैंने घटनास्थल पर करीब 14 शव देखे।
कश्मीर दोबारा नहीं जाएंगे
भयावह अनुभव के बाद रंजीत भोई ने कहा कि अब मैं कभी कश्मीर नहीं जाऊंगा। पाकिस्तान वहां विकास कार्यों में बाधा डाल रहा है।
रंजीत के बेटे ने भी कहा कि हमने जो दर्द झेला है, उसके बाद हम किसी को भी कश्मीर घूमने की सलाह नहीं देंगे।
जांच शुरू, आरोपियों की तलाश में सुरक्षाबल
इस हमले के बाद स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हुए हैं। इस घटना ने जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन इलाकों में जो पहले से संवेदनशील माने जाते हैं।