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खबर उनका जीवन था, दूसरों की मदद करना था उनका स्वभाव
भुवनेश्वर। वरिष्ठ पत्रकार रतिकांत मोहंती एक आदर्श पत्रकार थे। समाचार एकत्र करना ही उनका जीवन था। वह खबरों में ही जीते थे । दूसरों की मदद करना उनके स्वभाव में था। कई पत्रकारों ने उनसे पत्रकारिता का पाठ सीखा है। वे सभी के प्रति समान दृष्टिकोण रखते थे और किसी से कोई द्वेष नहीं रखते थे। वे सचमुच अजातशत्रु थे। उनका निधन ओडिशा की पत्रकारिता के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है।
उनके निधन पर स्थानीय गीतगोविंद भवन में आयोजित स्मृति सभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, वरिष्ठ पत्रकार और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल हुए और उनके बारे में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उनके स्मरण में एक स्मरणिका का विमोचन भी किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि इतने अधिक संबंधों के बावजूद उन्होंने कभी भी अपने लिए या अपने परिवार के लिए उन संबंधों का लाभ नहीं उठाया। वे अपने परिवार की ओर भी उतना ध्यान नहीं देते थे। लेकिन जब कोई व्यक्ति किसी समस्या को लेकर उनके पास आता था, तो वे अपनी पूरी ताकत लगाकर उसका समाधान निकालने की कोशिश करते थे। अपने संबंधों का उपयोग वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए करते थे। कई राजनेता समय-समय पर उनसे सलाह लेते थे। उनमें कभी अहंकार नहीं था। उनके जैसा व्यक्ति बनना आसान नहीं है, और पत्रकारिता की नई पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार रवि दास की अध्यक्षता में आयोजित इस सभा में विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी, मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, भाजपा नेता सज्जन शर्मा समेत कई लोग शामिल हुए और उनकी स्मृति को नमन किया। बीजेडी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री प्रसन्न आचार्य, देवी मिश्र, अरुण साहू, अतनु सब्यसाची नायक ने भी अपने विचार रखे और उनके साथ अपने संबंधों को साझा किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास, पंचानन कानूनगो, निरंजन पटनायक, श्रीकांत जेना, आर्य कुमार ज्ञानेंद्र आदि नेताओं ने भी उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस स्मृति सभा में उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।
वक्ताओं ने कहा कि रतिकांत मोहंती ऐसे पत्रकार थे जिन्होंने विधानसभा के आरंभ से अंत तक की सारी कार्यवाही को लिखते थे। पिछले करीब चार दशकों तक वे विधानसभा की रिपोर्टिंग करते रहे। जो पत्रकार किसी कारणवश विधानसभा की रिपोर्टिंग नहीं कर पाते थे, वे रतिकांत मोहंती से पूछकर जानकारी लेते थे। इसलिए, ऐसे पत्रकार के सम्मान में किसी पुरस्कार की शुरुआत की जानी चाहिए, ऐसा सुझाव दिया गया।
विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने कहा कि रतिकांत मोहंती केवल पत्रकार नहीं थे, वे सबको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे और मार्गदर्शन देते थे। उन्होंने कहा कि आज जो स्थान उन्होंने राजनीति में प्राप्त किया है, उसमें रतिकांत मोहंती की सलाह का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि मुझे उनकी स्मृति सभा में आना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ‘रति भाई स्मृति समिति’ की ओर से जो भी प्रस्ताव आएंगे, वे उसे पूरा करने की कोशिश करेंगी।
कार्यक्रम का संचालन पत्रकार प्रभुकल्याण महापात्र, गिरिजा शंकर दास, संजय जेना, अक्षय साहू और अन्य ने किया।