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नौसेना में अग्निवीर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की ठगी
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ओडिशा में नौसेना के तीन अधिकारी गिरफ्तार, 12 बैंक खाते सील
भुवनेश्वर। ओडिशा के खुर्दा जिले में अग्निवीर भर्ती से जुड़े एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। बालुगांव पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने नौसेना के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो नौसेना में अग्निवीर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों में एक पूर्व नौसेना अधिकारी है, जबकि दो वर्तमान में आईएनएस चिल्का (ओडिशा) और आईएनएस केसरी (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) में तैनात हैं। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने 12 बैंक खातों को सील कर दिया है, जिनमें ठगी की रकम जमा की गई थी।
वेरिफिकेशन में मदद के नाम मोटी रकम वसूली
खुर्दा की पुलिस अधीक्षक सागरिका नाथ ने बताया कि नौसेना में अग्निवीर पद के लिए नवंबर 2024 में हुई परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों को मेडिकल, फिजिकल और पुलिस वेरिफिकेशन में मदद के नाम पर इन आरोपियों ने नौकरी दिलवाने का झांसा दिया और उनसे मोटी रकम वसूली। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों में एक पूर्व नौसेना अधिकारी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। दूसरा आरोपी आईएनएस केसरी में ईएपी-5 के पद पर कार्यरत है और तीसरा आरोपी आईएनएस चिल्का में कार्यरत है।
बैंक खातों और लेन-देन के सबूत जब्त
पुलिस ने जांच के दौरान कई बैंक दस्तावेज, ट्रांजैक्शन की रसीदें और अन्य अहम सबूत भी जब्त किए हैं। जांच एजेंसियों को इन बैंक खातों में बड़ी रकम के लेन-देन के सुराग मिले हैं, जिन्हें धोखाधड़ी से संबंधित माना जा रहा है।
अभी और गिरफ्तारियां संभव
एसपी नाथ ने बताया कि खुफिया सूचनाओं के अनुसार इस गिरोह में दो और लोगों के शामिल होने की आशंका है। फिलहाल इस पूरे मामले की तह तक जाने के लिए जांच जारी है। पुलिस अन्य संभावित पीड़ितों से भी संपर्क कर रही है और आरोपियों के नेटवर्क को खंगाल रही है। उन्होंने कहा कि यह घोटाला ना केवल नौसेना की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह से कुछ असामाजिक तत्व युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी लालच या झांसे में न आएं और सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं पर भरोसा रखें।