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गहराई से जांच करने की तैयारी में जुटी अपराध शाखा
झारसुगुड़ा/भुवनेश्वर। चर्चित नव किशोर दास हत्याकांड की दोबारा जांच कर रही ओडिशा क्राइम ब्रांच अब इस मामले के इकलौते आरोपी गोपाल दास के कॉल रिकॉर्ड की गहराई से जांच करने की तैयारी में है।
सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच जनवरी 2023 में हुई हत्या से दो महीने पहले तक की कॉल डिटेल्स को खंगालेगी। इसके जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि गोपाल दास ने किन-किन लोगों से संपर्क किया था, किनसे बार-बार बातचीत हुई और क्या हत्या की साजिश किसी से साझा की गई थी।
जांच एजेंसी को शक है कि यह हत्या पूर्व नियोजित हो सकती है और इसमें अन्य लोगों की भूमिका भी हो सकती है। अगर कॉल रिकॉर्ड से कुछ अहम सुराग मिलते हैं तो और लोगों से भी पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच ने पिछले महीने इस हत्याकांड की जांच को फिर से गति दी थी। इस क्रम में टीम ने झारसुगुड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल और वीर सुरेन्द्र साई हवाई अड्डे का दौरा कर जांच की।
जांच का उद्देश्य 29 जनवरी 2023 को ब्रजराजनगर में हुई गोलीबारी के बाद घटनाक्रम की पूरी श्रृंखला को समझना है — जैसे नव दास को कब और कैसे एयरलिफ्ट किया गया, उनके साथ कौन था, और पूरा ऑपरेशन कैसे संपन्न हुआ।
क्राइम ब्रांच की टीम ने उन दो डॉक्टरों से भी पूछताछ की जिन्होंने गोली लगने के बाद नव दास का इलाज किया था।
इसके अलावा, जांचकर्ता टीम ने झारसुगुड़ा स्थित सरबहाल स्थित आवास पर नव दास की बेटी दीपाली दास, पुत्र विशाल दास और पत्नी मिनाती दास के बयान दर्ज किए। यह पूछताछ लगभग 7 घंटे तक चली।
यह उल्लेखनीय है कि 29 जनवरी 2023 को ब्रजराजनगर में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास को एएसआई गोपाल दास ने दिनदहाड़े गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल दास को भुवनेश्वर ले जाया गया था, जहां एक निजी अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।