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पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने ओडिशा के झारसुगुड़ा से हिरासत में लिया
भुवनेश्वर/झारसुगुड़ा। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई दोहरी हत्या और हिंसा मामले की जांच कर रही बंगाल एसटीएफ ने रविवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा से मुख्य आरोपी जियाउल शेख के दो बेटों को हिरासत में लिया है। दोनों को झारसुगुड़ा जिले के बन्धाबहाल इलाके से दबिश के दौरान पकड़ा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पांच सदस्यीय एसटीएफ टीम ने रविवार को छापेमारी कर कुल 14 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें जियाउल के दोनों बेटे भी शामिल हैं। फिलहाल सभी को पूछताछ के लिए बन्हारपाली थाने में रखा गया था।
हिरासत में लिये गए सभी लोग झारसुगुड़ा जिले में विभिन्न क्षेत्रों में मजदूरी का कार्य करते थे और हाल ही में ईद के अवसर पर मुर्शिदाबाद गए थे। पश्चिम बंगाल पुलिस को संदेह है कि इनका 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा में हाथ हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि जियाउल शेख, जो कि जफराबाद गांव के समीपवर्ती सुलितला पूरबपाड़ा का निवासी है, को शनिवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा से गिरफ्तार किया गया था। वह हरगोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास की हत्या के मामले में चौथा गिरफ्तार व्यक्ति है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि जियाउल शेख ने भीड़ को भड़काया और मृतकों के घर पर तोड़फोड़ के लिए उकसाया। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल टावर रिकॉर्ड्स ने उसकी घटनास्थल पर मौजूदगी की पुष्टि की है।
इससे पहले कालू नदार, दिलदार और इंजमाम उल हक को भी इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
गौरतलब है कि 11 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क गई थी। अब तक 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 292 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस बीच, मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद जान बचाकर पड़ोसी जिले मालदा के बैष्णवनगर स्थित एक स्कूल में शरण लेने वाली लगभग 300 परिवारों में से अधिकांश लोग रविवार को अपने घर लौट आए।
जंगीपुर के एसपी आनंद रॉय ने मीडिया को बताया है कि करीब 50 लोगों को छोड़कर बाकी सभी वापस लौट चुके हैं। हम उन्हें रिसीव करने के लिए यहाँ हैं। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। हमने अब तक 153 मामले दर्ज किए हैं और कुल 292 लोगों को गिरफ्तार किया है। कल दो लोगों को गिरफ्तार किया गया — एक को हत्या और एक को दंगा फैलाने के आरोप में।