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समानांतर टैक्सी ट्रैक और रैपिड एग्जिट टैक्सीवे का निर्माण पूरा
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ग्राउंड ऑपरेशनों में तेजी लाने के लिए नए सुधार
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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की टीम जल्द ही करेगी निरीक्षण
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीपीआईए) में समानांतर टैक्सी ट्रैक (पीटीटी) और रैपिड एग्जिट टैक्सीवे (आरईटी) के निर्माण पूरा हो गया है। इसके बाद अब डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) टीम जल्द ही निरीक्षण करेगी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों सुविधाओं का निर्माण पूरा हो चुका है और अंतिम मंजूरी के लिए डीजीसीए टीम का दौरा अपेक्षित है। स्वीकृति मिलने के बाद ये सुधार ग्राउंड ऑपरेशनों को सुगम बनाएंगे और विमान प्रतीक्षा समय को कम करेंगे।
समानांतर टैक्सीवे से बढ़ेगी क्षमता
पहले चरण में 1,318 मीटर लंबे समानांतर टैक्सी ट्रैक की क्षमता प्रति घंटा 15 विमानों की थी, लेकिन अब दूसरे चरण में 1,566 मीटर लंबा ट्रैक बनने से क्षमता बढ़कर 20 विमानों प्रति घंटा हो जाएगी।
इसी प्रकार, रैपिड एग्जिट टैक्सीवे 2,744 मीटर लंबे रनवे पर 1,300 मीटर के बाद विमानों को तेजी से निकलने में सहायक होगा, जिससे आगमन और प्रस्थान में समय की बचत होगी।
इसी साल शुरू होगा टर्मिनल-3 का निर्माण
वृद्धि के मद्देनजर बीपीआईए में टर्मिनल-3 का निर्माण इसी साल में शुरू होगा, जो बढ़ते यात्री दबाव को कम करने के लिए उठाया गया कदम है। वर्तमान टर्मिनल में सालाना 50 लाख यात्रियों की क्षमता है, जबकि वास्तविक यात्री संख्या 60 लाख से अधिक हो चुकी है।
नया टर्मिनल 30,000 वर्ग मीटर में फैला होगा और इसकी वार्षिक क्षमता 80 लाख यात्रियों तक बढ़ जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसके लिए 1,000 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है।
इलेक्ट्रिक वाहनों से विमान खींचने की योजना
बीपीआईए ने 2024 में एक हरित पहल के तहत डीजल चालित ट्रैक्टरों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग शुरू करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य विमान को एप्रन और होल्डिंग पॉइंट्स के बीच ले जाने में होने वाले उत्सर्जन और ईंधन लागत को कम करना है।
नवीनतम एटीसी टावर से बढ़ी सुरक्षा
अक्टूबर 2023 में बीपीआईए में नवीनतम स्वचालित एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का उद्घाटन हुआ। इसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा स्वदेशी तकनीक के साथ निर्मित किया गया है। पुराने टावर के साथ संचालित होकर यह सुरक्षा और दक्षता को और बढ़ा रहा है।
उड़ान कनेक्टिविटी के विस्तार की योजना
भुवनेश्वर एयरपोर्ट के इन सुधारों के साथ ही ओडिशा में उड़ान संपर्क को मजबूत बनाने की योजना है। पुरी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और राउरकेला समेत अन्य स्थानों पर मौजूदा हवाई अड्डों का उन्नयन किया जा रहा है।