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बैंगलुरु में आयोजित आरएसएस प्रतिनिधि सभा में पारित हुआ प्रस्ताव
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देशभर में चल रही है संघ की 1,15,276 शाखाएं
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ओडिशा में शाखाओं की संख्या 2,843
भुवनेश्वर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक 21 मार्च से 23 मार्च तक बेंगलुरु में संपन्न हुई। इस बैठक में बांग्लादेश में अत्याचार झेल रहे हिंदू समुदाय के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया गया। संघ के प्रांत संघचालक समीर कुमार मोहंती ने आज भुवनेश्वर में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में इस बात की जानकारी दी।
मोहंती ने बताया कि सभा में ओडिशा समेत देशभर के दिवंगत प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को श्रद्धांजलि दी गई। इनमें ओडिशा के प्रसिद्ध सिने कलाकार उत्तम मोहंती, राजनेता डॉ. देबेन्द्र प्रधान और वरिष्ठ प्रशासक एवं कवि रमाकांत रथ प्रमुख थे।
प्रतिनिधि सभा की बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में देशभर में 1,15,276 शाखाएं (दैनिक और साप्ताहिक) संचालित हो रही हैं, जिनमें से 2,843 शाखाएं ओडिशा में हैं।
सत्ता परिवर्तन के बाद अत्याचार की घटनाएं बढ़ी
सभा में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों पर इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले, जबरन धर्मांतरण और महिलाओं पर अमानवीय अत्याचार जैसी घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक हैं।
पीड़ित हिंदू समाज के साथ दृढ़ता से खड़ा है आरएसएस
आरएसएस ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह बांग्लादेश के पीड़ित हिंदू समाज के साथ दृढ़ता से खड़ा है और भारत विरोधी माहौल बनाने में पाकिस्तान और तुर्की जैसे देशों की भूमिका को लेकर देशवासियों को सतर्क रहने की अपील की गई है। साथ ही, विश्व के अन्य देशों में भी इस तरह के तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखने की आवश्यकता जताई गई।
भारत सरकार से अनुरोध
प्रतिनिधि सभा ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि वह बांग्लादेश सरकार से संपर्क बनाए रखे और वहां के हिंदू समाज की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए निरंतर संवाद जारी रखे। साथ ही, इस विषय में अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी समर्थन प्राप्त करने की अपील की गई है।
संघ की 100वीं वर्षगांठ
संघ की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर संगठन ने बताया कि उसने समाज के बीच विश्वास और श्रद्धा अर्जित की है। स्वयंसेवकों ने आत्मीयता और प्रेम के साथ समाज के सभी वर्गों को जोड़ने और वैमनस्यता से ऊपर उठकर कार्य करने का प्रयास किया है। संत, धर्माचार्य और सज्जन शक्तियों का आशीर्वाद संघ को प्राप्त है।
समरस, सहयोगी और कर्तव्यनिष्ठ समाज का निर्माण का आह्वान
सभा ने आह्वान किया कि भारत की प्राचीन संस्कृति और समृद्ध परंपरा के बल पर एक समरस, सहयोगी और कर्तव्यनिष्ठ समाज का निर्माण करना होगा, जहां कोई भेदभाव न हो। इस कार्य में संघ के स्वयंसेवक पूरी आत्मीयता से सहभागी बनेंगे।
अबक्का रानी के सम्मान में डाक टिकट जारी
मोहंती ने बताया कि प्रतिनिधि सभा में कर्नाटक की महारानी अबक्का की 500वीं जयंती के अवसर पर संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले द्वारा एक विशेष वक्तव्य जारी किया गया। उन्होंने बताया कि अबक्का रानी ने केरल के राजा के साथ मिलकर पुर्तगालियों के विरुद्ध संघर्ष किया और उन्हें कई बार पराजित किया। उनके सम्मान में केंद्र सरकार ने डाक टिकट जारी किया और एक समुद्री पोत का नाम उनके नाम पर रखा।
इस प्रतिनिधि सभा में देशभर से कुल 1,443 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें ओडिशा से 50 प्रतिनिधि शामिल हुए।
आज के इस पत्रकार सम्मेलन में संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख सुमंत कुमार पंडा और सहप्रांत प्रचार प्रमुख मनिन्द्र सुंदर दास उपस्थित थे।