भुवनेश्वर। कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक टंकधर त्रिपाठी ने विपक्षी नेताओं के व्यवहार को अस्वीकार्य बताया।
त्रिपाठी ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष को विभिन्न मुद्दों पर विरोध करने का अधिकार है, लेकिन इसका भी एक सीमा होना चाहिए। विरोध करने का एक सही तरीका होता है। जब शहरी विकास मंत्री सदन में सवाल का जवाब दे रहे थे, तो बीजद और कांग्रेस के विधायकों ने माइक तोड़ने की कोशिश की और उनके टेबल से फाइलें ले लीं। यह लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि विपक्षी विधायक विधानसभा अध्यक्ष पर पोस्टर फेंक रहे थे। बीजद और कांग्रेस को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए।
त्रिपाठी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजद और कांग्रेस के बीच राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बनने की होड़ चल रही है, जिसके कारण लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
गौरतलब है कि प्रश्नकाल के दौरान बीजद और कांग्रेस के विधायक सदन के बीच में पहुंचे और नारेबाजी करते हुए तख्तियां पकड़े हुए थे। बीजद विधायक भाजपा विधायक जय नारायण मिश्र के कोशल के ओडिशा में विलय पर दिए गए विवादास्पद बयान के खिलाफ और कांग्रेस विधायक राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर विरोध जता रहे थे।