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पूर्णतः महिलाओं द्वारा संचालित होगी अदालत
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महिला जज, वकील, क्लर्क और प्रशासनिक अधिकारी कार्यरत होंगी
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डिप्टी सीएम प्रभाती परिडा ने की घोषणा
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महिलाओं के लिए सुरक्षित न्याय प्रणाली की दिशा में बड़ा कदम
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार जल्द ही एक पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित अदालत स्थापित करने की योजना बना रही है, जहां महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों की सुनवाई होगी। यह जानकारी डिप्टी सीएम प्रभाती परिडा ने एक कार्यक्रम के दौरान की।
परिडा ने कहा कि यह विशेष अदालत महिलाओं को न्याय दिलाने में एक महत्वपूर्ण पहल होगी। उन्होंने कहा कि यह अदालत यौन हिंसा पीड़िताओं को बिना किसी डर या संकोच के खुलकर अपनी बात रखने में मदद करेगी।
यह अदालत पूर्णतः महिलाओं द्वारा संचालित होगी, जिसमें महिला जज, वकील, क्लर्क और प्रशासनिक अधिकारी कार्यरत होंगी।
‘शक्ति’ ऐप से मिलेगी कानूनी मदद
डिप्टी सीएम ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी द्वारा लॉन्च किए गए ‘शक्ति’ ऐप का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह ऐप यौन शोषण पीड़िताओं को डिजिटल रूप से अपना बयान दर्ज करने और उसे अदालत में सबूत के रूप में प्रस्तुत करने की सुविधा देगा। इससे पीड़िताओं को बार-बार पुलिस, डॉक्टर और अदालत के सामने बयान देने के मानसिक तनाव से बचाया जा सकेगा।
सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा ऑडिट और मीडिया की भूमिका
इसके अलावा, डिप्टी सीएम ने महिला पत्रकारों से अपने शहरों में सार्वजनिक स्थानों का सुरक्षा ऑडिट करने का आह्वान किया। महिलाओं के प्रति अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई और पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए ओडिशा सरकार के इस कदम की सराहना की जा रही है।