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दक्षिण भारत के एक परिवार को बेचा गया फार्म हाउस
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पटनायक ने संपत्ति को अपने उत्तराधिकारियों को सौंपने के बजाय बाहरी व्यक्ति को बेचने का फैसला किया
भुवनेश्वर। ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित 22.7 एकड़ के फार्म हाउस की 2021 में बिक्री ने राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। यह मामला इसलिए चर्चा में है क्योंकि पटनायक ने संपत्ति को अपने उत्तराधिकारियों को सौंपने के बजाय बाहरी व्यक्ति को बेचने का फैसला किया।
सूत्रों के अनुसार, यह फार्म हाउस दक्षिण भारत के एक परिवार को बेचा गया, जिसकी पटनायक से कोई स्पष्ट संबंध की जानकारी सामने नहीं आई है। इस सौदे को लेकर विपक्षी दलों, विशेष रूप से भाजपा ने पारदर्शिता की कमी और दक्षिण भारतीय खरीदार को चुनने के कारणों पर सवाल उठाए हैं।
विपक्ष ने उठाए सवाल
भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने मांग की है कि नवीन पटनायक इस सौदे के पीछे की मंशा स्पष्ट करें। भाजपा विधायक सरोज पाढ़ी ने एक निजी चैनल को दिए गए बयान में कहा है कि आजकल नवीन पटनायक के संज्ञान में कुछ नहीं होता। वह पूरी तरह दक्षिण भारत और वीके पांडियन के नियंत्रण में हैं। चर्चा है कि यह फार्म हाउस औने-पौने दाम पर बेचा गया। फिलहाल खबर लिखे जाने तक नवीन पटनायक या बीजद की ओर से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
संपत्ति सौदे की प्रमुख बातें
– अगस्त 2020 में यह सौदा सार्वजनिक हुआ, हालांकि बिक्री विलेख (सेल डीड) 18 सितंबर 2019 का था।
– एडवांस भुगतान के रूप में 1.25 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि उस समय कृषि भूमि की अनुमानित बाजार कीमत 11 करोड़ रुपये मानी जा रही थी।
– 2021-22 में हरियाणा के भूमि रिकॉर्ड में के. राघवन शशिप्रभु और उनके परिवार के नाम पर स्वामित्व स्थानांतरित किया गया।