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3 वर्षों में 4 आपूर्तिकर्ता ब्लैकलिस्ट
भुवनेश्वर। ओडिशा में हाल के वर्षों में नकली दवाइयों के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है, जिससे जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मुकेश महालिंग ने आज विधानसभा में इस बात की जानकारी दी।
डा महालिंग ने बताया कि ये नकली दवाइयाँ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कोलकाता और हैदराबाद से सप्लाई की गईं थीं। बीजेपी के विधायक सुधीर रंजन पाट्टजोशी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि ओडिशा राज्य चिकित्सा निगम द्वारा खरीदी गई 103 दवाइयाँ गुणवत्ता में खराब पाई गईं, जिसके परिणामस्वरूप पिछले 3 वर्षों में 4 आपूर्तिकर्ताओं को ब्लैकलिस्ट किया गया।
डॉ महालिंग ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 45 दवाइयाँ, जिनमें टेबलेट्स और रिंगर लैटेट, जिंक सल्फेट और सोडियम लैटेट शामिल थीं, को निम्न गुणवत्ता वाली घोषित किया गया था। 2023-24 में 32 दवाइयाँ फर्जी पाई गईं, और वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 26 नकली दवाइयाँ पकड़ी गईं।