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टेक्सटाइल्स, परिधान, हथकरघा, रेशम उद्योग के लिए उभरता गंतव्य ओडिशा

टेक्सटाइल्स, परिधान, हथकरघा, रेशम उद्योग के लिए उभरता गंतव्य ओडिशा

  • 7762 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 88000 रोजगार अवसर की संभावना, 8 एमओयू पर हस्ताक्षर

भुवनेश्वर। उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 में हथकरघा, वस्त्र और हस्तशिल्प विभाग ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। राज्य को टेक्सटाइल और परिधान क्षेत्र में 36 इकाइयों से 7762 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 22000 प्रत्यक्ष और 66000 अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर सृजित होने की संभावना है।
इस कार्यक्रम में विभाग ने “ओडिशा: टेक्सटाइल्स, परिधान और हथकरघा का उभरता गंतव्य” और “रेशम और तकनीकी टेक्सटाइल्स – ओडिशा की यात्रा” विषयों पर दो सत्रों का आयोजन किया।
8 एमओयू पर हस्ताक्षर: श्री मां टेक्सटाइल्स, मां बनदुर्गा टेक्सटाइल्स प्रा. लिमिटेड, प्रतीमा एग्रो स्पिनिंग मिल्स, तिलोत्तमा प्रोपाइटर्स, अरुंधति बंधकला, अनुभव निटवियर और सेड्रा फिल्ट्रेशन जैसी कंपनियों के साथ समझौते हुए।
रेशम उद्योग में नई पहल: एचटीएच विभाग और सीएसबी-सीटीआरटीआई के बीच रेशम क्षेत्र में पर्यावरण अनुकूल पहल के लिए समझौता।
ओडिशा परिधान और तकनीकी टेक्सटाइल नीति 2022 का संशोधन: नई गाइडलाइंस के तहत निवेश अनुकूल माहौल तैयार करने और सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने की योजना।
प्रमुख औद्योगिक हस्तियों ने सत्रों को संबोधित किया
इस दौरान टेक्सटाइल कमिश्नर रूप राशी, मंत्रालय के उप महानिदेशक अखिलेश कुमार, वेलस्पन वर्ल्ड के सीईओ उपदीप सिंह सहित प्रमुख औद्योगिक हस्तियों ने सत्रों को संबोधित किया।
इसके साथ ही प्रदीप बल सामंत, माननीय मंत्री, हथकरघा, वस्त्र एवं हस्तशिल्, सुरेश पुजारी, माननीय मंत्री, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा गुहा पूनम तपस कुमार, आईएएस आयुक्त-सह-सचिव, हथकरघा, वस्त्र एवं हस्तशिल्प विभाग ने भी संबोधित किया।

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