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बीजद की भूमिका पर उठे सवाल
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भाजपा विधायक ने भ्रष्टाचार और उच्च-स्तरीय मिलीभगत के आरोपों को दोहराया
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार पारादीप में डूबे ब्लैक रोज़ जहाज की औपचारिक जांच शुरू करेगी। भाजपा विधायक पद्मलोचन पंडा ने यह जानकारी देते हुए बीजद शासनकाल के दौरान भ्रष्टाचार और उच्च-स्तरीय मिलीभगत के आरोपों को दोहराया।
मीडिया से बात करते हुए पंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस मामले में जांच शुरू करने पर चर्चा की है। यह जांच इस बात पर केंद्रित होगी कि जहाज के जरिए कौन सामान आयात कर रहा था, क्या उसके पास आवश्यक परमिट और लाइसेंस थे और उस पर कौन-सी गतिविधियां हो रही थीं।
भाजपा विधायक ने कहा कि पिछली बीजद सरकार ने कभी यह जांच नहीं की कि जहाज का संचालन कौन कर रहा था, सामान किसने मंगवाया था, या क्या जहाज को बंदरगाह में प्रवेश करने की अनुमति थी। पूर्ववर्ती शासन के दौरान भारी भ्रष्टाचार हुआ है। मुख्यमंत्री माझी जल्द ही इस मामले की औपचारिक जांच की घोषणा करेंगे, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
2009 में डूबा था ब्लैक रोज़ जहाज
उल्लेखनीय है कि यह मामला 9 सितंबर 2009 का है, जब मंगोलिया के जहाज एमवी ब्लैक रोज़ पारादीप बंदरगाह के पास डूब गया था। उस समय यह कथित तौर पर 23,847 मीट्रिक टन लौह अयस्क और 920 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल लेकर चीन जा रहा था।
उस समय जहाज पर मौजूद 27 क्रू सदस्यों में से 26 को बचा लिया गया था, लेकिन मुख्य इंजीनियर की मौत हो गई थी। जहाज के डूबने के कारणों पर कभी स्पष्टता नहीं आ पाई। साथ ही उस पर लदे करोड़ों रुपये के लौह अयस्क के अवैध रूप से विदेशों में तस्करी की आशंका जताई गई थी।
सीबीआई जांच की मांग
भाजपा ने बीजद शासनकाल में इस मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। पार्टी का कहना है कि ओडिशा हाईकोर्ट के हस्तक्षेप और बार-बार जांच की मांग के बावजूद पूर्ववर्ती सरकार ने इसे दबाने की कोशिश की।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की सरकार अब इस मामले को दोबारा उठाकर दोषियों को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी जांच में इन सभी आरोपों और तथ्यों की गहराई से जांच की जाएगी।