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लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत जागरूक एवं गतिशीलता जरूरी : सरिता डागा
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कहा- हम स्वयं अपने लक्ष्य को पहचाने
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अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में भुवनेश्वर शाखा ने आयोजित किया लक्ष्य कार्यशाला
भुवनेश्वर। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता डागा ने लोगों से लक्ष्य निर्धारण करने का आह्वान किया तथा इसे हासिल करने के लिए सतत जागरूक एवं गतिशील रहने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि मंदिर के शहर भुवनेश्वर में आकर बहुत प्रसन्नता का अनुभव हुआ है। इसके साथ में उन्होंने भुवनेश्वर के सभी कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिला मंडल पूरे भारत वर्ष में अपनी संगठन यात्राओं के अंतर्गत विभिन्न आंचलिक एवं क्षेत्रीय कार्यशालाओं का आयोजन करती है। इसी के अंतर्गत हमारा आज भुवनेश्वर में आगमन हुआ है। लक्ष्य कार्यशाला में हम स्वयं अपने लक्ष्य को पहचाने, इसके बारे में जागरूक हों और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयास करते रहें।
वह भुवनेश्वर तेरापंथ में आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं।
इस दौरान भुवनेश्वर तेरापंथ महिला मंडल के कार्यों का अवलोकन करने के साथ आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर महिला मंडल सक्षम व ऊर्जावान शाखा है। आप अनेक बड़े कार्यक्रमों का सफल आयोजन कर सकते हैं आपकी प्रति मंगलकामना है।
तेरापंथ भवन में लक्ष्य कार्यशाला आयोजित
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल भुवनेश्वर द्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में लक्ष्य कार्यशाला आयोजित की गई। अखिल भारतीय महिला मंडल, सेवा संस्कार, स्वावलम्बन, संगठन और परिवार प्रबोधन के कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे देश में अनेक प्रकार की गतिविधियों को संचालित करती है। इसी के अंतर्गत भुवनेश्वर महिला मंडल द्वारा लक्ष्य कार्यशाला आयोजित की गई। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा सरिता डागा, महामंत्री नीतू ओस्तवाल के साथ कन्या मंडल अखिल भारतीय प्रभारी सोनम बागरेचा, श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के अध्यक्ष मनसुख लाल जी सेठिया की उपस्थिति में कार्यक्रम का भव्य तरीके से आयोजन हुआ। नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। कन्या मंडल की साक्षी बेताला ने मंगलचरण गीत प्रस्तुत किया। भुवनेश्वर महिला मंडल अध्यक्ष प्रेम सेठिया ने स्वागत भाषण के साथ भुवनेश्वर तेरापंथ महिला मंडल के गतिविधियों की जानकारी दी। महिला मंडल की क्षेत्रीय प्रभारी इंद्रा जी लुणिया ने अतिथि परिचय दिया। महाश्रमण अस्टकम का भक्तिमयी संगान महिला मंडल की बहनों द्वारा किया गया।
युवक परिषद के अध्यक्ष रोशन पोगलिया के स्वागत वक्तव्य के साथ सभा मंत्री वीरेन्द्र बेताला ने अपने स्वागत वक्तव्य में समाज की तरफ से सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए लक्ष्य कार्यशाला की भूमिका के बारे में बताते हुए कहा कि हमें पहले समझना होगा कि लक्ष्य क्या है। बिना लक्ष्य के जीवन का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता है। इसलिए व्यक्ति स्वयं अपने लिए, परिवार, समाज व राष्ट्र के लिए अपनी प्राथमिकताओं व लक्ष्य का निर्धारण करे, जिससे वह स्वयं अपना विकास कर सके एवं सबके विकास में योगभूत बन सके।
सकारात्मक रहते हुए कृतज्ञता के भाव रखें
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की महामंत्री नीतू ओस्तवाल जीवन में प्रतिवद्धता एवं कृतज्ञता का महत्व समझाते हुए बताया कि हमें जो मिला है, हम उसके प्रति सकारात्मक रहते हुए कृतज्ञता के भाव रखें। इसके साथ ही जीवन में सकारात्मक भाव को ज्यादा से ज्यादा स्थान दें। इसके साथ कन्या मंडल प्रभारी सोनम बागरेचा ने कन्यामंडल की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कन्याओं में संस्कार, लक्ष्य निर्धारण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नीरू पुगलिया ने महिला मंडल के आयामों के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती रंजू ने लक्ष्य कार्यशाला एवं इस आयोजन के उपयोगिता के बारे में अभिव्यक्ति दी।
लक्ष्य का निर्धारण बहुत जरूरी
इस अवसर पर श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनसुख लाल सेठिया ने लक्ष्य कार्यशाला के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा विषय कि लक्ष्य का निर्धारण बहुत जरूरी है। हम अपने व्यक्तिगत स्तर से लक्ष्यों का निर्धारण शुरू करें। लक्ष्य बड़ा हो या छोटा सही लक्ष्य का निर्धारण कैसे हो उसके बारे में जानकारी होनी जरूरी है। कभी कभी लक्ष्य निर्धारण करने में हम भुल कर देते हैं। लक्ष्य निर्धारित करतें हैं तो बाधाओं से घबराए बिना लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में निरंतर प्रयास करना चाहिए। लक्ष्य प्राप्ति के बाद अहंकार व प्रमाद से बचना चाहिए। उन्होंने तेरापंथ महिला मंडल की गति विधियों के लिए बधाई दी।
जैन सेवन कान्फ्रेंस नाटिका का मंचन
कार्यक्रम के दुसरे चरण में महिला मंडल की बहनों द्वारा आज विश्व में व्याप्त विभिन्न प्रकार की समस्याओं के समाधान में भारतीय परंपराओं एवं भारतीय मूल्यों के द्वारा समाधान के संदर्भ में तेरापंथ महिला मंडल के आयाम के साथ एक जैन सेवन कान्फ्रेंस नाटिका का मंचन किया। इसमें मोदी जी के साथ सात देशों के राष्ट्राध्यक्ष की सहभागिता को दर्शाते हुए विभिन्न राष्ट्रों के समस्याओं का समाधान, जैसे शिक्षा, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सामाजिक सदभावना, स्वास्थ्य, पर्यावरण संबंधित विभिन्न देशों की समस्याओं का समाधान मोदी जी ने अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के माध्यम जिसमें जैन जीवन शैली, नैतिकता, सदभावना,नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण, संपोषण आदि आयाम है के माध्यम से समाधन देने की कोशिश की।
महाश्रमण जी को समर्पित रही भक्तिमयी गीत
कन्या मंडल की बहन धारिणी द्वारा महाश्रमण जी को समर्पित एक भक्तिमयी गीत पेश की गई। महिला मंडल के आओ बहनों जागो बहनों गीत की प्रस्तुति मंडल की बहनों द्वारा दी गई।महिला मंडल की मंत्री श्रीमती रश्मि बेताला द्वारा कार्यक्रम में मार्ग दर्शन हेतु राष्ट्रीय नेतृत्व के आभार के साथ में सहभागिता के लिए सभी समाज के लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया।