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अब तक 5,862 करोड़ एमएसपी और 2,039 करोड़ इनपुट सहायता का किया भुगतान
भुवनेश्वर। राज्य में इस खरीफ सीजन में न सिर्फ धान खरीद प्रक्रिया को तेज कर दी गयी है, बल्कि सरकार ने 48 घंटों में किसानों को धान की कीमत चुकाई है। अब तक 5,862 करोड़ एमएसपी और 2,039 करोड़ इनपुट सहायता का भुगतान किया गया है।
सरकार की ओर से दी गई आधाकारिक सूचना के अनुसार, पंजीकृत किसानों की सुरक्षा के लिए सरकारी स्तर पर आवश्यक कदम उठाए गए हैं। प्रत्येक मंडी में अधिकारियों की तैनाती की गई है जो किसानों के हित में खरीद प्रक्रिया पर नजर रख रहे हैं।
बताया गया है कि धान खरीद वर्तमान में 27 जिलों में चल रही है और किसानों को 48 घंटे के भीतर उनके खातों में राशि हस्तांतरित की जा रही है। अब तक अनुगूल, बालेश्वर, बरगढ़, भद्रक, बलांगीर, बौध, कटक, ढेंकानाल, गजपति, गंजाम, जाजपुर, झारसुगुड़ा, कलाहांडी, कंधमाल, केंदुझर, खुर्दा, कोरापुट, मालकानगिरि, मयूरभंज, नवरंगपुर, नुआपड़ा, पुरी, रायगडा, संबलपुर, सोनपुर और सुंदरगढ़ जिलों के 5,34,410 किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और इनपुट सहायता का भुगतान किया गया है।
अब तक 5,862 करोड़ एमएसपी और 2,039 करोड़ इनपुट सहायता का भुगतान किया जा चुका है। विशेष बात यह है कि रविवार और अन्य सार्वजनिक अवकाशों पर भी भुगतान प्रक्रिया जारी रहती है।
सरकार ने तीन-स्तरीय अनुमोदन प्रक्रिया लागू की है, जिससे किसानों को एमएसपी और इनपुट सहायता का समय पर भुगतान हो सके। तकनीकी विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों की एक टीम 24×7 आधार पर खरीद प्रक्रिया की निगरानी कर रही है।
सरकार ने बैंकों के साथ मिलकर एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जिससे भुगतान रोजाना ट्रांसफर किया जाता है। किसानों के बैंक खाते पंजीकृत और सत्यापित किए जाते हैं, जिसे सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के माध्यम से जांचा जाता है।
राज्य कॉल सेंटर के माध्यम से भुगतान के बाद किसानों से फीडबैक लिया जा रहा है, जिससे उनकी संतुष्टि सुनिश्चित की जा सके।