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एक को तमिलनाडु से और दूसरे को केरल से अपराध शाखा ने धर-दबोचा
भुवनेश्वर। ओडिशा अपराध शाखा के साइबर अपराध प्रकोष्ठ ने डिजिटल अरेस्ट धोखाधड़ी के एक मामले में तमिलनाडु और केरल से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान चेन्नई के सतीश कुमार के और कोझिकोड के हरीश सीएम के रूप में हुई है।
यह कार्रवाई भुवनेश्वर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक की शिकायत पर की गई, जिनसे धोखेबाजों ने 1.06 करोड़ रुपये की ठगी की थी।
नौ अगस्त को पीड़ित को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें खुद को डीएचएल कुरियर का अधिकारी बताते हुए कहा गया कि उनके नाम और आधार नंबर का उपयोग करके जापान के लिए एक पार्सल भेजा गया है। इस पार्सल में 5 पासपोर्ट, 3 क्रेडिट कार्ड, 200 ग्राम एमडीएमए (ड्रग्स), 4 किलो कपड़ा, एक लैपटॉप और 35,000 रुपये शामिल थे।
कॉलर ने बताया कि यह पार्सल कस्टम विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया है और नारकोटिक्स विभाग के पास जांच के लिए भेजा गया है। इसके बाद पीड़ित को व्हाट्सएप पर एक वीडियो कॉल मिली, जिसमें एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी होने का दावा कर रहा था।
धोखेबाजों ने पीड़ित को फर्जी दस्तावेज और पत्र दिखाए, जिनमें सीबीआई, आरबीआई और अन्य एजेंसियों के नाम शामिल थे। उन्होंने पीड़ित को यह विश्वास दिलाया कि उनके आधार नंबर का उपयोग 4 अवैध खातों के लिए किया गया है, जो मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं।
इसके बाद 14 अगस्त को पीड़ित को कथित “आरबीआई के सरकारी खाते” में 68 लाख रुपये जमा करने को कहा गया। बाद में उन्होंने 8.82 लाख रुपये और फिर 30 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए। कुल मिलाकर, तीन बैंक लेन-देन में 1.06 करोड़ रुपये की ठगी की गई।
अपराध शाखा ने पैसे के लेन-देन की जांच की और पाया कि अधिकांश रकम चेन्नई और कोझिकोड के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। इसके बाद पुलिस ने दो अलग-अलग टीमों को तमिलनाडु और केरल भेजकर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सतीश कुमार पहले भी डिजिटल अरेस्ट धोखाधड़ी के मामले में चेन्नई में गिरफ्तार हो चुका है। उसके खाते से जुड़ी 22 अन्य शिकायतें देश के विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं।
सतीश को भुवनेश्वर के एसडीजेएम कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि हरीश को ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा लाया जा रहा है।
इससे पहले, इस मामले में राजस्थान के हनुमानगढ़, गुजरात के सूरत और केरल से तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। सभी न्यायिक हिरासत में हैं।
अपराध शाखा ने कहा कि मामले की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।