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पारादीप में नाफ्था परियोजना पर 61 हजार करोड़ से अधिक आयेगी लागत
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भद्रक में आगामी यार्न परियोजना के लिए जनवरी में नींव रखी जाएगी
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इस परियोजना के लिए 4352 करोड़ रुपये का होगा निवेश
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इंडियन ऑयल चेयरमैन ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की
भुवनेश्वर। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ओडिशा में दो परियोजनाओं पर 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन एएस साहनी ने आज लोकसेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से मुलाकात की और ओडिशा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की विभिन्न चल रहीं और आगामी परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की।
चर्चा के दौरान यह निर्णय लिया गया कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड और ओडिशा सरकार जनवरी में परदीप में नाफ्था क्रैकर परियोजना के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। पारादीप में नाफ्था परियोजना को सिद्धांत रूप में स्वीकृति मिल चुकी है और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड इस परियोजना के लिए 61 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा। यह परियोजना देश में इस क्षेत्र की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक होने की संभावना है। राज्य सरकार इस परियोजना की एक हिस्सेदार है और इसके अलावा टैक्स के साथ-साथ लाभांश भी प्राप्त करेगी।
यह भी तय किया गया कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की भद्रक में आगामी यार्न परियोजना के लिए जनवरी में नींव रखी जाएगी। इस परियोजना के लिए 4352 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। जानकारी दी गई कि परियोजना के पूर्ण होने के बाद क्षेत्र में विभिन्न बड़े परिधान निर्माण इकाइयां स्थापित की जाएंगी। दोनों परियोजनाएं युवा वर्ग के लिए विशाल रोजगार अवसर पैदा करेंगी।
साथ ही बैठक में यह जानकारी दी गई कि चल रही पीएक्स-पीटीए (पैरा-ज़ाइलिन शुद्ध टेरेफ्थालिक एसिड) परियोजना जून 2025 तक कमीशन कर दी जाएगी। इसके अलावा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की कई अन्य चल रही और आगामी परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई, जिनमें राज्य में एक फ्लोटिंग सोलर परियोजना और एथनोल परियोजना शामिल हैं।
उद्योग मंत्री संपद चंद्र स्वाईं, मुख्य सचिव मनोज आहुजा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव निकुंज बिहारी ढाल, उद्योग प्रधान सचिव हेमंत शर्मा ने चर्चा में भाग लिया। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अभिजीत चक्रवर्ती और सीजीएम धनंजय साहू चेयरमैन इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ थे।