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रथयात्रा से लेकर नीलाद्रीविजे तक बड़दांड को सील करने का आग्रह
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टीवी से प्रसारण को छूट मिलने के संकेत
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भक्तों से टीवी के जरिये ही महाप्रभु के दर्शन करने का आग्रह
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श्रीमंदिर संचालन समिति की समीक्षा बैठक में लिये गये कई प्रस्ताव
प्रमोद कुमार प्रुष्टि, पुरी
कोरोना वायरस को लेकर जारी लाकडाउन के बीच भक्तविहीन रथयात्रा निकालने का प्रस्ताव महाप्रभु श्री जगन्नाथ मंदिर की संचालन समिति ने राज्य सरकार को दिया है. सरकार से कहा गया है कि रथयात्रा से लेकर नीलाद्री विजे तक बड़दांड को सील कर दिया जाये. साथ अधिकारियों और सेवायतों के साथ रथयात्रा निकालने की अनुमति प्रदान की जाये. समिति की समीक्षा बैठक के बाद गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव ने मीडिया से बातचीत करते हुए उक्त बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि रथयात्रा में दस लाख से अधिक संख्या में लोग भाग लेते हैं, लेकिन कोरोना को लेकर इस साल विषम परिस्थिति उत्पन्न हुई है. ऐसी स्थिति में बड़दांड को सरकार रथयात्रा के दौरान सील करे और कहीं से भी किसी भी भक्त को इस क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दे. उन्होंने कहा कि विश्वभर के महाप्रभु श्री जगन्नाथ के भक्त इस साल रथयात्रा में महाप्रभु के दर्शन टीवी पर लाइव प्रसारण के माध्यम से करें. कोरोना वायरस का प्रभाव क्या होगा, इसको लेकर कोई भी कुछ नहीं कर पायेगा. यदि अनुमति मिली तो यात्री और भक्त बिना समावेश रथयात्रा निकलेगी.
गजपति महाराज ने भक्तों से आग्रह किया कि इस विधि को आयोजित करने में वे सहयोग करते हुए रथयात्रा के पूरे आयोजनों के दौरान कोई भी बड़दांड में नहीं आए. आप घरों से सीधा प्रसारण देखें. उन्होंने कहा कि रथों के निर्माण को लेकर राज्य सरकार ने इससे पूर्व संचालन समिति के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार से बात की थी, जिसमें केंद्र सरकार ने रथों के निर्माण की अनुमति प्रदान की थी और कहा था कि रथयात्रा को लेकर राज्य सरकार निर्णय ले सकती है.
आज की समीक्षा बैठक विडियोकांफ्रेंसिंग के जरिये की गयी थी. इसमें भुवनेश्वर से श्रीमंदिर के प्रशासक डा किशन कुमार व स्थायी सभापति गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव तथा पुरी से श्रीमंदिर के उप-मुख्य प्रशासक व जिलाधिकारी बलवंत सिंह, पुलिस अधीक्षक डा उमाशंकर दास, संचालन समिति के सदस्य बाबा सचिदानंद महाराज, माधव पूजा पंडा, माधव महापात्र, रामचंद्र दाश महापात्र, तलुछ नीलकंठ महापात्र, अनंत तियाड़ी, सिद्धेश्वर महापात्र प्रमुख अन्य सदस्य भी उपस्थित थे. जिलाधिकारी कार्यालय परिसर स्थिति कांफ्रेंसिंह हाल से आन लाइऩ समीक्षा बैठक हुई.