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सिंगापुर के भारत में उच्चायुक्त ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से मुलाकात की
भुवनेश्वर। सिंगापुर के राष्ट्रपति श्री थरमन षणमुगरत्नम जनवरी में भारत दौरे पर आएंगे। अपने भारत दौरे के दौरान वे ओडिशा भी आएंगे। सिंगापुर के भारत में उच्चायुक्त श्री साइमन वोंग ने आज लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी से मुलाकात के दौरान यह जानकारी दी।
कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष
यह उल्लेखनीय है कि सिंगापुर और भारत इस वर्ष अपने कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष मना रहे हैं। दोनों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध हैं। यह रिश्ता अब व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में एक रणनीतिक साझेदारी में विकसित हो गया है। सिंगापुर भारत में एफडीआई का एक प्रमुख स्रोत है, वहीं भारत की आईटी, बैंकिंग और विनिर्माण कंपनियों ने भी सिंगापुर में मजबूत उपस्थिति बनाई है। लोकतंत्र, नवाचार और सतत विकास के साझा मूल्यों के साथ, दोनों देश आपसी विकास और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़
बताया गया है कि द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए सिंगापुर के राष्ट्रपति अगले महीने भारत दौरे पर आ रहे हैं। इसके अलावा, पिछले महीने सिंगापुर की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री माझी ने सिंगापुर सरकार से राष्ट्रपति के ओडिशा दौरे की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति ने भारत दौरे के दौरान ओडिशा आने का निर्णय लिया है।
व्यापारिक साझेदारी होगी मजबूती
चर्चा के दौरान वोंग ने कहा कि सिंगापुर उत्कर्ष ओडिशा-एमआईओ कॉन्क्लेव 2025 का पहला देश भागीदार होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारत दौरे के दौरान, ओडिशा ही एकमात्र राज्य है जिसे राष्ट्रपति ने चुना है, क्योंकि वे ओडिशा के साथ व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने के साथ-साथ सांस्कृतिक संबंधों को प्रोत्साहन देने की अपार संभावनाएं देखते हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का मुख्य आकर्षण राज्य में पेट्रोकेमिकल्स, हरित ऊर्जा और कौशल विकास की संभावनाओं को प्रदर्शित करना होगा।
माझी ने निमंत्रण स्वीकारने पर धन्यवाद दिया
उच्चायुक्त और उनकी टीम का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने सिंगापुर सरकार को राष्ट्रपति को ओडिशा के दौरे के लिए उनके निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगापुर और ओडिशा के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पेट्रोकेमिकल्स, शहरी योजना, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और कौशल विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में संबंध अब अगले स्तर पर पहुंचने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने सिंगापुर सरकार को पिछले महीने उनकी और टीम ओडिशा की सफल यात्रा के लिए मेजबानी करने के लिए धन्यवाद भी दिया।
कई क्षेत्रों पर हुई चर्चा
चर्चा में पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स, औद्योगिक पार्कों का विकास, नई ऊर्जा, आईटी, आईटी में कौशल विकास, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया। मुख्य सचिव मनोज आहूजा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री निकुंज बिहारी धल, एसीएस होम श्री सत्यब्रत साहू, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के प्रधान सचिव श्री विशाल देव, कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा के प्रधान सचिव श्री एनबीएस राजपूत भी इस चर्चा में शामिल थे। उच्चायुक्त के साथ नई दिल्ली में उप उच्चायुक्त सुश्री ऐलिस चेंग और अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।