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लोग अब नकद लेनदेन के बजाय डिजिटल माध्यमों को दे रहे हैं प्राथमिकता
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केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक अशोक चंद्र ने किया डिजिटल सेवाओं के प्रयोग का आह्वान
भुवनेश्वर। डिजिटल भुगतान प्रणाली में बढ़ते विश्वास और यूपीआई के बढ़ते उपयोग ने एटीएम के उपयोग में कमी ला दी है। यह जानकारी केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक अशोक चंद्र ने शुक्रवार को वर्ल्ड स्किल सेंटर में आयोजित एमएसएमई क्लस्टर मीट-आउटरीच कार्यक्रम के दौरान दी।
कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चंद्र ने कहा कि देश में यूपीआई और अन्य डिजिटल ट्रांजेक्शन का उपयोग तेजी से बढ़ा है। लोग अब नकद लेनदेन के बजाय डिजिटल माध्यमों को प्राथमिकता दे रहे हैं। डिजिटल सेवाओं के माध्यम से भुगतान करना न केवल सुविधाजनक है, बल्कि सुरक्षित और तेज भी है। यह देश को नकदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने में मदद कर रहा है।
चंद्र ने बताया कि केनरा बैंक भी डिजिटल सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। बैंक ने ग्राहकों के लिए कई डिजिटल उत्पाद और सेवाएं लॉन्च की हैं, जिनसे ग्राहक अपनी वित्तीय जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक डिजिटल सेवाओं का उपयोग करें और बैंकिंग प्रणाली को अधिक कुशल बनाने में सहयोग दें। चंद्र ने कहा कि बैंक ने डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया है। हम ग्राहकों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक कर रहे हैं, ताकि वे किसी भी धोखाधड़ी से बच सकें।
डिजिटल ट्रांजेक्शन सेवाएं
उल्लेखनीय है कि डिजिटल ट्रांजेक्शन सेवाएं विभिन्न प्रकार की उपलब्ध हैं, जो उपयोगकर्ताओं को आसानी और सुरक्षा के साथ लेनदेन करने की सुविधा प्रदान करती हैं।
यूपीआई: यूपीआई एक रियल-टाइम भुगतान प्रणाली है जो बैंक खातों को एक प्लेटफ़ॉर्म पर जोड़ती है। इसके जरिए उपयोगकर्ता मोबाइल नंबर, क्यूआर कोड, या वर्चुअल पेमेंट एड्रेस के माध्यम से पैसे भेज या प्राप्त कर सकते हैं।
इंटरनेट बैंकिंग
यह सेवा उपयोगकर्ताओं को अपने बैंक खाते से जुड़े लेन-देन, बिल भुगतान, फंड ट्रांसफर, और खाता विवरण ऑनलाइन देखने की सुविधा देती है।
मोबाइल बैंकिंग
बैंकों की मोबाइल ऐप्स के माध्यम से खाता संचालन, बैलेंस चेक, फंड ट्रांसफर और अन्य सेवाएं दी जाती हैं।
डेबिट और क्रेडिट कार्ड
एटीएम से पैसे निकालने के अलावा पीओएस मशीन और ऑनलाइन शॉपिंग में डेबिट और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके लेन-देन किया जाता है।
डिजिटल वॉलेट
पेटीएम, फोनपे, गूगल-पे और अमेज़न-पे जैसे वॉलेट्स में पैसे जोड़कर लेनदेन करने की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस
एनईएफटी के तहत समयबद्ध तरीके से फंड ट्रांसफर किया जाता है, जबकि आरटीजीएस में बड़े फंड ट्रांसफर के लिए रियल-टाइम सेवा है। आईएमपीएस के तहत 24/7 उपलब्ध तुरंत फंड ट्रांसफर सेवा है।
क्यूआर कोड आधारित भुगतान
क्यूआर कोड के प्रचलन में डिजिटल लेनेदेन को काफी बढ़ावा दिया है। सहज लेनदेन की प्रक्रिया ने कम पढ़े-लिखे लोगों को भी डिजिटल पेमेंट के लिए प्रेरित किया है। क्यूआर कोड को स्कैन करके दुकानों या व्यक्तियों को तुरंत भुगतान किया जाता है।
एईपीएस
आधार नंबर के जरिए बैंकिंग सेवाएं जैसे नकद निकासी, बैलेंस चेक और फंड ट्रांसफर संभव हैं।
एनएसीएच
यह सेवा मासिक बिल भुगतान, ईएमआई, और सैलरी डिसबर्समेंट जैसी नियमित लेन-देन के लिए होती है।
बीबीपीएस
बिल भुगतान के लिए यह एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म है, जहां बिजली, पानी, गैस, और अन्य बिल ऑनलाइन भरे जा सकते हैं।
क्यूआरटीसी
एनएफसी तकनीक आधारित यह सेवा कार्ड या मोबाइल को टर्मिनल के पास लाकर भुगतान करने की सुविधा देती है। इन सेवाओं के माध्यम से डिजिटल लेनदेन ने पारंपरिक नकद लेनदेन को काफी हद तक बदल दिया है।