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स्वेच्छा से पुलिस के समक्ष हथियार डाला
भुवनेश्वर। कंधमाल जिले में माओवादी संगठन के एक शीर्ष नेता बीजा मडाबी ने स्वेच्छा से पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि मडाबी ने खुद दक्षिणी रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) और जिला पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर हथियार डाल दिए।
सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के निवासी मडाबी पिछले छह वर्षों से कलाहांडी-कंधमाल-बौध-नयागढ़ डिवीजन की राहुल एरिया कमेटी में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। 2020 से उनकी सक्रियता के दौरान लगभग 10 घटनाओं में सुरक्षा बलों के साथ माओवादी मुठभेड़ों में उनकी संलिप्तता पाई गई।
मडाबी ने आत्मसमर्पण के पीछे का कारण माओवादी गतिविधियों के प्रति समुदाय में घटते समर्थन को बताया। उनके इस कदम के बाद पुलिस ने बलिगुड़ा थाना क्षेत्र में एक माओवादी शिविर को ध्वस्त कर दिया। आत्मसमर्पण के दौरान मडाबी के पास से एक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
कंधमाल के पुलिस अधीक्षक हरीशा बीसी ने कहा कि बीजा मडाबी ने कल आत्मसमर्पण किया। वह अपने साथ एक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस लेकर आया था। इस क्षेत्र में बढ़ती पुलिस मुठभेड़ों के डर से उन्होंने मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया।
गौरतलब है कि इससे पहले 21 अगस्त, 2024 को मालकानगिरि जिले में लगभग 2 लाख रुपये के इनामी एक नाबालिग माओवादी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण किया था। यह नाबालिग विद्रोही छत्तीसगढ़ के सुकमा गांव का निवासी है और 2023 में इस प्रतिबंधित संगठन में शामिल हुआ था।