भुवनेश्वर। दिल्ली शुक्रवार को 371 के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ भारत का सबसे प्रदूषित शहर बनी हुई थी, वहीं भुवनेश्वर में सर्दियों के दौरान वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, भुवनेश्वर का एक्यूआई आज 171 दर्ज किया गया, जिससे यह “रेड कैटेगरी” में आता है। 151-200 के बीच एक्यूआई वाली स्थिति “रेड कैटेगरी” में मानी जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
2023 में भुवनेश्वर की वायु गुणवत्ता संतोषजनक थी, लेकिन 2024 में यह मध्यम श्रेणी में आ गई है।
ओडिशा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरणविद निरंजन मल्लिक ने मीडिया को दिये गये बयान में कहा है कि भुवनेश्वर में वायु गुणवत्ता निर्माण कार्यों के कारण खराब हो रही है। सर्दियों में कम तापमान के चलते धूलकण निचली परत में बने रहते हैं, जिससे एक्यूआई का स्तर बढ़ रहा है।
हालांकि, स्थिति दिल्ली जैसी गंभीर नहीं है। भुवनेश्वर का एक्यूआई 150-160 के बीच बना हुआ है, जिसे मध्यम माना जाता है। मल्लिक ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से एक्यूआई को नियंत्रित किया जा सकता है।
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