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सुबह तक उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में डाना धरेगा गंभीर रुप : आईएमडी
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24-25 अक्टूबर राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण
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करीब 10 लाख लोगों को चक्रवात आश्रय स्थलों में भेजा जाएगा – सुरेश पुजारी
भुवनेश्वर। चक्रवात डाना के तट की ओर बढ़ने के साथ ही सिस्टम के बाहरी क्षेत्र भद्रक और केंद्रापड़ा के तटों को छू गया, जिसे पारादीप से रडार द्वारा दर्शाया गया है और यह 24-25 अक्टूबर को भितरकनिका व धामरा के बीच लैंडफॉल करेगा। यह दोनों दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं।
वरिष्ठ आईएमडी वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि इसके प्रभाव में भद्रक, केंद्रापड़ा और जगतसिंहपुर में कई स्थानों पर बुधवार दोपहर हल्की बारिश हुई। आईएमडी ने कहा कि ये तीन जिले आपदा से सबसे अधिक प्रभावित होंगे। इसका प्रभाव बालेश्वर, पुरी, जाजपुर, कटक, खुर्दा, ढेंकानाल और केंदुझर में भी महसूस किया जाएगा।
इस बीच, राज्य सरकार ने केंद्रापड़ा, भद्रक, बालेश्वर, पुरी और जगतसिंहपुर में निकासी अभियान तेज कर दिया है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने लोगों से प्रशासन के साथ सहयोग करने का आग्रह किया है। सरकार ने बुधवार शाम तक निकासी प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा है।
करीब 10 लाख लोगों को चक्रवात आश्रय स्थलों में भेजा जाएगा, जहां प्रशासन ने लोगों के लिए सूखा भोजन और पका हुआ भोजन की व्यवस्था की है।
इधर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को स्पष्ट किया कि चक्रवाती तूफान डाना 24 अक्टूबर की सुबह तक उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और 24-25 अक्टूबर को यह पुरी और सागर द्वीप के बीच ओडिशा के भितरकनिका और धामरा के पास लैंडफॉल करेगा।
झोंके की गति 120 किमी प्रति घंटा होगी
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, 24 अक्टूबर की रात से लेकर 25 अक्टूबर की सुबह तक लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू होगी। इस दौरान अधिकतम हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटा रहेगी, जबकि इसके झोंके की गति 120 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि चक्रवात डाना की लैंडफॉल प्रक्रिया धीमी गति से हो सकती है और इसे पूरा होने में 5-6 घंटे का समय लग सकता है, जिसके कारण 24 अक्टूबर की मध्यरात्रि से लेकर 25 अक्टूबर की सुबह या दोपहर तक भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्री तूफान अपने चरम पर होंगे।
डाना की हवा की गति में कोई बदलाव
महापात्र ने बताया कि अभी तक चक्रवात डाना की हवा की गति में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लैंडफॉल के बाद यह चक्रवात ओडिशा के आंतरिक हिस्सों से गुजरेगा और धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा। इसके प्रभाव से आज ही ओडिशा के सभी तटीय क्षेत्रों में बारिश शुरू हो जाएगी। 24 और 25 अक्टूबर को राज्य के कुछ जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मछुआरों को दी गई चेतावनी
उमाशंकर दास ने कहा कि खराब मौसम की वजह से मछुआरों को समुद्र से लौटने का निर्देश दिया गया है और तटीय क्षेत्रों में हवा की गति आज से बढ़ने की संभावना है।
एनडीआरएफ की पांच टीमें भुवनेश्वर पहुंची
ओडिशा सरकार आसन्न चक्रवात डाना के दौरान शून्य हताहत सुनिश्चित करने के लिए कमर कस रही है। इसी बीच राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की पांच टीमें स्थानीय आपदा प्रतिक्रिया टीमों की सहायता के लिए मंगलवार रात पंजाब के बठिंडा से भुवनेश्वर पहुंचीं। एनडीआरएफ की पांच टीमों में महिलाओं सहित 152 सदस्य शामिल हैं,और उन्हें पांच संवेदनशील जिलों, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, भद्रक और जाजपुर में तैनात किया जाएगा।
13 जिलों में 288 बचाव दल तैनात
इस बीच, चक्रवात डाना से निपटने के लिए ओडिशा के 13 जिलों में 288 बचाव दल तैनात किए गए हैं। इनमें 19 एनडीआरएफ टीमें, 51 ओड्राएफ टीमें, 178 अग्निशमन दल और 40 अतिरिक्त अग्निशमन दल हैं। बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा और जगतसिंहपुर जिले में तीन एनडीआरएफ टीमें और छह ओड्राएफ टीमें तैनात की गई हैं। मयूरभंज में 2 एनडीआरएफ, 6 ओड्राएफ, 26 अग्निशमन सेवाएं और 4 अतिरिक्त अग्निशमन सेवाएं सहित अधिकतम 38 टीमें हैं। इसके अलावा, गंजाम, पुरी, कटक, खुर्दा, जाजपुर, केंदुझर, ढेंकानाल और नयागढ़ जिलों में बचाव दल तैनात किए गए हैं। एक एनडीआरएफ, 9 अग्निशमन सेवाएं और 20 अतिरिक्त अग्निशमन सेवाएं टीमों को रिजर्व में रखा गया है।
जिलावार हेल्पलाइन
अनुगूल: 06764-230980
बालेश्वर: 06782-262286, 06782-261077
भद्रक: 06784-251881
कटक: 0671-2507842
भुवनेश्वर नगर निगम: 1929
मयूरभंज: 06792-252759, 06792-252941
जाजपुर: 06728-222648
केंद्रापड़ा: -06727-232803
केंदुझर: 06766-255437
जगतसिंहपुर: 06724-220368
ढेंकाना: 06762-226507, 06762-221376
पुरी: 06752-223237
खुर्दा: 06755-220002
गंजाम: 06811-263978
नयागढ़: 06753-252978