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चक्रवात के बाद बहाली प्रयासों के लिए पंचायती राज और पेयजल विभाग तैयार

  • प्रधान सचिव सुशील कुमार लोहानी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक

  • संभावित प्रभावित 14 जिलों के सभी ब्लॉक विकास अधिकारियों और विभागीय इंजीनियरों ने लिया भाग

भुवनेश्वर। चक्रवात डाना की आशंका को देखते हुए पंचायती राज और पेयजल विभाग ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में चक्रवात प्रबंधन और त्वरित बहाली प्रयासों को सुनिश्चित करने पर चर्चा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधान सचिव सुशील कुमार लोहानी ने की, जिसमें 14 संभावित प्रभावित जिलों के सभी ब्लॉक विकास अधिकारियों और विभागीय इंजीनियरों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भाग लिया।

बैठक के दौरान प्रधान सचिव लोहानी ने सभी अधिकारियों को चक्रवात के प्रभाव और उसके बाद तेजी से बहाली के उपायों के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया। चक्रवात डाना के 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह के बीच ओडिशा के तट पर लैंडफॉल करने की संभावना को ध्यान में रखते हुए नियंत्रण कक्षों को 24/7 संचालित करने और रियल-टाइम निगरानी के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्य रूप से जिन उपायों पर चर्चा की गई उनमें पेयजल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना शामिल था। इसके लिए जलापूर्ति प्रणालियों के लिए जेनरेटर की व्यवस्था की गई है, ऊपरी जल टैंकों को भर दिया गया है और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पीवीसी जल टैंक लगाए गए हैं। सभी चक्रवात आश्रयों में सुरक्षित पेयजल की सतत आपूर्ति बनाए रखने को प्राथमिकता दी गई। लोहानी ने यह भी जोर दिया कि प्रभावित क्षेत्रों के लिए पानी के टैंकरों जैसी आपातकालीन व्यवस्थाओं के साथ पर्याप्त मात्रा में पेयजल का भंडार सुनिश्चित किया जाए।

योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश

इस दौरान अधिकारियों को जिला प्रशासन के साथ समन्वय करके इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि आवश्यक हो, तो निकटवर्ती जिलों या ब्लॉकों से भी समर्थन लिया जाएगा ताकि स्थिति को बेहतर ढंग से संभाला जा सके।

ब्लीचिंग पाउडर का भंडारण सुनिश्चित करने को कहा

इसके अलावा, लोहानी ने जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर का भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी आपातकालीन स्थिति के दौरान अपने मुख्यालय को न छोड़े और किसी भी परिस्थिति का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार रहे।

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