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सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
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तीन ब्लॉकों की 35 ग्राम पंचायतें प्रभावित हुई, 264 गांव बाढ़ की चपेट में
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राहत और बचाव कार्य हुआ तेज
भुवनेश्वर/बालेश्वर। ओडिशा के बालेश्वर जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को चिंता व्यक्त की तथा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है ताकि राहत और बचाव कार्य तेजी से हो सके।
मुख्यमंत्री माझी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश के कारण बालेश्वर जिले के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ के चलते जिले के छह ब्लॉकों में 8000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र जलमग्न हो गया है, जबकि तीन ब्लॉकों की 35 ग्राम पंचायतें प्रभावित हुई हैं।
2000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
जिला प्रशासन ने अब तक करीब 2000 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित निकाला है। उन्हें भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ग्रस्त गांवों में 8 दमकल टीमों, 3 ओड्राफ टीमों और 1 एनडीआरएफ टीम को तैनात किया गया है, ताकि राहत कार्य सुचारू रूप से चल सके। कई गांव अभी भी बाकी क्षेत्रों से कटे हुए हैं।
स्थायी समाधान पर जोर
सुवर्णरेखा नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संसाधन विभाग को स्थायी समाधान के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद राज्य सरकार उचित कदम उठाएगी। चार दिनों की भारी बारिश के बाद बालेश्वर जिले में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है। सुवर्णरेखा, बुधबलंगा और जलाका नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे जिले के कई गांव जलमग्न हो गए हैं।
मंगलवार शाम को सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर 10.70 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 10.36 मीटर से ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग ने नदी के 10.95 मीटर तक पहुंचने का पूर्वानुमान जताया है, जिससे बस्ता, भोगराई और बालियापाल ब्लॉकों में भारी बाढ़ की आशंका है।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने की समीक्षा
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में बालेश्वर कलेक्टर सूर्यवंशी मयूर विकास ने जानकारी दी कि सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, जबकि बुधबलंगा और जलाका नदियों का जलस्तर घटने लगा है।
मयूरभंज में भारी बारिश ने चिंता बढ़ाई
मयूरभंज जिले में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बड़साही, बेटनाटी, रासगोविंदपुर और सरस्काना ब्लॉकों के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। मंत्री पुजारी ने बताया कि बालेश्वर, मयूरभंज, जाजपुर और भद्रक जिलों में पिछले चार दिनों में भारी बारिश हुई है, जिससे उत्तरी ओडिशा की कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
झारखंड के जल संसाधन सचिव से हुई बात
राज्य के विकास आयुक्त और जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनु गर्ग ने सेच सदन स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष में विभाग के शीर्ष इंजीनियरों और संबंधित मुख्य इंजीनियरों की उपस्थिति में बालेश्वर जिले और सुवर्णरेखा नदी बेसिन में आयी बाढ़ की स्थिति की आज समीक्षा की। इस बैठक में गर्ग ने उपरी हिस्से में बारिश एवं बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की एवं झारखंड राज्य के जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार से बात की। दो दिनों में भारी बारिश के कारण संभावित बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता चंद्र शेखर पाढ़ी बालेश्वर में तैनात हैं।