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मालकानगिरि और कोरापुट में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
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हालात से निपटने को राज्य सरकार तैयार
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ओड्राफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गईं
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र ने डिप डिप्रेशन में तब्दील होने के बाद पुरी में ओडिशा के तट को पार किया। इसका प्रभाव सोमवार सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे के बीच पुरी के पास ओडिशा तट पर देखा गया। यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, भुवनेश्वर के वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने दी। डिप डिप्रेशन के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जीवन बाधित हो गया। मालकानगिरि और कोरापुट जिलों में लगातार भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, इस सिस्टम के ओडिशा में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की उम्मीद है और आधी रात तक धीरे-धीरे डिप्रेशन में बदल जाएगा। इसमें कहा गया है है कि इसके बाद अगले 24 घंटों के दौरान यह छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
इधर, हालात से निपटने के लिए ओडिशा सरकार तैयार है। इसने सोमवार को कहा कि राज्य में एक छोटी बाढ़ संभावित है। खासकर मालकानगिरि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश दर्ज की गई है, जिससे सामान्य जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
मुख्य सचिव ने की समीक्षा बैठक
ओडिशा के मुख्य सचिव ने भुवनेश्वर में विशेष राहत आयुक्त के कार्यालय में बारिश की स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आगामी दिनों में अधिक बारिश और कुछ क्षेत्रों में फ्लैश बाढ़ की संभावना जताई है।
मालकानगिरि और कोरापुट में राहत तेज
कार्य विशेष राहत आयुक्त ने बताया कि सबसे पहले कोरापुट के कुंडरा ब्लॉक में भारी बारिश हुई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ था, लेकिन अब स्थिति में सुधार है। मालकानगिरि में कल 8 सितंबर से भारी बारिश हो रही है, जिससे कई निम्न इलाकों की सड़कें और पुल जलमग्न हो गए हैं। ओड्राफ और फायर सर्विस की टीमें बचाव और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
मालकानगिरि शहर के कुछ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही दक्षिणी ओडिशा के जिलों जैसे रायगड़ा और जयपुर में भी ओड्राफ टीमों को भेजा गया है।
निगरानी में तटीय क्षेत्र
पुरी, जगतसिंहपुर, कटक और ढेंकानाल जिलों में भी स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। एहतियात के तौर पर इन जिलों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
भारी बारिश के आंकड़े
मालकानगिरि ब्लॉक में सबसे ज्यादा 253 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मालकानगिरि के तीन ब्लॉकों मालकानगिरि, चित्रकोंडा और खोइरपुट में 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई।
वहीं, छह ब्लॉकों, मालकानगिरि जिले के कोरुकुंडा, मैथिली, कालीमेला और कोरापुट जिले के बोरीगुम्मा, बोईपरिगुडा और लामतापुर में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है।
ओड्राफ की कुल 18 टीमों की तैनाती
राहत कार्य के लिए ओड्राफ की कुल 18 टीमें तैनात की गईं हैं। इनमें से मालकानगिरि में 6 टीमें, कोरापुट/जयपुर में 2 टीमें, रायगड़ा में 2 टीमें, गंजाम में 2 टीमें, कंधमाल में 2 टीमें, बौध में 2 टीमें, बलांगीर में 2 टीमें तैनात की गयी हैं। इसके साथ ही एनडीआरएफ की 6 टीमें गंजाम, पुरी, खुर्दा, नयागढ़ में तैनात हैं। इसके साथ ही 2 टीमें स्टैंडबाय पर हैं। इधर, भुवनेश्वर, कटक और पुरी में पानी निकालने की व्यवस्था भुवनेश्वर के लिए 30 अतिरिक्त पंप, कटक के लिए 10 और पुरी के लिए 10 अतिरिक्त पंप तैयार रखे गए हैं।
10 जिलों के लिए रेड अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, कोरापुट, मालकानगिरि, नवरंगपुर, गंजाम, कंधमाल, नयागढ़, खुर्दा, पुरी, बलांगीर, बौध में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेमी) और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (>20 सेमी) की संभावना है। इन जिलों के लिए लाल चेतावनी जारी की गयी है।
नारंगी चेतावनी जारी
कटक, अनुगूल, ढेंकानाल, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, सोनपुर, बरगढ़, नुआपाड़ा, कलाहांडी, रायगढ़ा, संबलपुर, गजपति में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेमी) हो सकती है। इन जिलों के लिए नारंगी चेतावनी जारी की गयी है।
पीली चेतावनी जारी
भद्रक, बालेश्वर, केंदुझर, मयूरभंज, जाजपुर, देवगढ़, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा (7 से 11 सेमी) की संभावना है। इन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की गयी है। भुवनेश्वर में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और भारी बारिश होगी।