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मालकानगिरी में भारी बारिश ने थामी रफ्तार, पिलिगड़ा पुल बहा

  • आंध्र प्रदेश-तेलंगाना से सड़क संपर्क टूटा

  • लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित, नदियां उफान पर, स्थिति और बिगड़ने की आशंका

मालकानगिरि। डिप डिप्रेशन के प्रभाव में ओडिशा के मालकानगिरी जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सोमवार को पिलिगड़ा पुल बह गया, जिससे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। पिछले कई दिनों से जिले में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

जिले में प्रमुख नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं और कई जगहों पर पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है। पुलों के डूब जाने के कारण, कोरापुट और आंध्र प्रदेश की ओर जाने वाले सैकड़ों ट्रक और अन्य वाहन सड़कों के किनारे फंसे हुए हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल के साथ-साथ निर्माण की कई मशीनें भी बह गईं। मौसम विभाग ने जिले के लिए अगले 24 घंटों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।

सोमवार सुबह मालकानगिरि के निवासियों की नींद भारी बारिश के बाद बाढ़ के पानी में डूबे घरों में खुली। रातभर हुई तेज बारिश के कारण जिले के कई हिस्सों में 5-6 फीट पानी भर गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। सड़कों, पुलों और बस्तियों में पानी भरने से इलाके नदी में तब्दील हो गए हैं। जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-326 पानी में पूरी तरह से डूब गया है, जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है।

भारी बारिश से कई मकान ढह गए हैं और कई मकानों के गिरने का खतरा मंडरा रहा है, जिससे लोग बेघर हो गए हैं।

कोरापुट जिले में भी हालात चिंताजनक

वहीं, कोरापुट जिले में भी हालात चिंताजनक हैं, जहां लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। कोलाब नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण कई निचले इलाके पानी में डूब गए हैं।

जलापुट बांध के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद उसके गेट खोल दिए गए हैं, जिससे आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। बांध की क्षमता 2,750 फीट है, जबकि पानी का स्तर 2,749 फीट तक पहुंच चुका है। इसी तरह कुरलू और बीरी नदियों में भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं।

8 स्थानों पर सड़कें और पुल बाढ़ के पानी में डूबे

वर्तमान स्थिति में मालकानगिरि में 8 स्थानों पर सड़कें और पुल बाढ़ के पानी में डूब गए हैं, जिससे संचार बाधित हो गया है। अब तक 504 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है और ओड्राफ की दो टीमों को तैनात किया गया है। कोरापुट जिले के 36 गांव भी प्रभावित हुए हैं, जहां 150 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

11 सितंबर तक होगी भारी से भारी बारिश

इसके प्रभाव में ओडिशा में 11 सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्य बंगाल की खाड़ी और ओडिशा तट के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम और उससे सटे उत्तर-पूर्व में 55-65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली और इसके झोकों की गति 75 किमी प्रति घंटे रही। इसकी गति धीरे-धीरे कम होकर शाम तक 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे तथा झोकों की गति 65 किलोमीटर प्रति घंटे हो गयी।

मालकानगिरि में 3 अधिकारियों की तैनाती की

ओडिशा सरकार ने लगातार हो रही बारिश के कारण कोरापुट से कटे मालकाननगिरि जिले में आपदा प्रबंधन के लिए तीन वरिष्ठ अधिकारियों, डीजी (फायर सर्विसेज और होम गार्ड्स) सुधांशु षाड़ंगी, प्रमुख सचिव बिष्णुपद सेठी और डीआईजी (दक्षिणी डिवीजन) चरन मीना को तैनात किया है। यह कदम मुख्य सचिव मनोज आहूजा की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक के बाद उठाया गया, जिसमें विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

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