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विपक्ष ने सरकार को घेरा
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सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित
भुवनेश्वर। सोमवार को ओडिशा विधानसभा में फिर से हंगामा देखने को मिला। विपक्षी बीजद और कांग्रेस के सदस्यों ने ‘सुभद्रा योजना’ को लेकर भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए भारी हंगामा किया। इस कारण स्पीकर सुरमा पाढ़ी को सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी।
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पूर्व संबलपुर विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अश्विनी गुरु के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शोक प्रस्ताव पेश किया। लेकिन, प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सदस्य सदन के बीचों बीच आ गए और नारेबाजी करते हुए सुभद्रा योजना के तहत सभी महिलाओं को शामिल करने की मांग की।
स्पीकर ने सदस्यों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया और बताया कि उनके द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है और इस पर चर्चा की जाएगी, लेकिन विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते रहे, जिससे उन्हें सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
महिलाओं के साथ धोखा – प्रमिला मल्लिक
बीजद की प्रमुख सचेतक प्रमिला मल्लिक ने भाजपा सरकार पर राज्य की महिलाओं को धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने हर महिला को 50,000 का नकद वाउचर देने का वादा किया था, लेकिन अब यह वादा पूरा नहीं किया गया। यह केवल एक चुनावी वादा था, जिसे वोट पाने के लिए किया गया था।
सभी महिलाओं को शामिल करें – सोफिया फिरदौस
वहीं, कटक-बारबाटी विधायक सोफिया फिरदौस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को योजना के लिए निर्धारित आयु सीमा को समाप्त कर देना चाहिए और सभी महिलाओं को शामिल करना चाहिए।
भाजपा ने विपक्ष के आरोपों पर किया पलटवार
इसके जवाब में भाजपा विधायक बाबू सिंह ने राज्य सरकार का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि बीजद ने अपने 24 साल के शासन के दौरान महिलाओं का विकास किए बिना उन्हें राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार अब सुभद्रा योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। सिंह ने आरोप लगाया कि विपक्षी सदस्य सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं और राज्य के विकास में रुकावट डाल रहे हैं।
मोदी 17 सितंबर को लांच करेंगे योजना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को राज्य के अपने दौरे के दौरान यहां इस कार्यक्रम का शुभारंभ करने वाले हैं। सुभद्रा योजना राज्य की प्रमुख योजना है। सुभद्रा योजना के तहत 21-60 वर्ष की आयु वर्ग की सभी पात्र महिलाएं प्रति वर्ष 10,000 रुपये दो किस्तों में प्राप्त करेंगी। हालांकि, वे महिलाएं जिन्हें अन्य सरकारी योजनाओं के तहत रुपये 1,500 या अधिक प्रति माह या 18,000 रुपये या अधिक प्रति वर्ष मिलते हैं, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी। इस योजना के तहत पांच वर्षों में प्रत्येक योग्य महिला को कुल 50,000 की सहायता मिलेगी।