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स्थानीय निवासियों ने जताई चिंता
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फर्जी डॉक्टर और नकली दवाओं की बिक्री ने शहर को किया परेशान, कड़ी कार्रवाई की मांग
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में फर्जी डॉक्टर और नकली दवाओं की समस्या ने गंभीर रूप ले लिया है। हाल ही में एक स्वघोषित एचआईवी, कैंसर और त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद अब एक और व्यक्ति नकली दवाएं बेचता हुआ पाया गया है।
यह व्यक्ति, जो पश्चिम बंगाल का निवासी और केवल आठवीं कक्षा पास है, खंडगिरि के पास स्थित सुख विहार क्षेत्र में साइकिल पर आयुर्वेदिक दवाएं बेच रहा था। वह दावा कर रहा था कि उसकी दवाएं मधुमेह, गैस्ट्रिक, शरीर में दर्द और कई अन्य बीमारियों का इलाज कर सकती हैं।
दवा विक्रेता ने कहा कि मेरे मालिक पश्चिम बंगाल में डॉक्टर हैं। मैं पिछले दो वर्षों से ये दवाएं बेच रहा हूं। मैं प्रतिदिन लगभग 700 रुपये की दवाएं बेचता था। ये दवाएं विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लिए बहुत प्रभावी हैं और अब तक हमें किसी से कोई शिकायत नहीं मिली है। कई लोग इन दवाओं का उपयोग करके ठीक हो चुके हैं, लेकिन मुझे दवाओं की संरचना के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
स्थानीय निवासियों के हस्तक्षेप के बाद, वह व्यक्ति उस क्षेत्र से भाग गया।
स्थानीय निवासियों ने सरकार से इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि भुवनेश्वर की सड़कों पर फर्जी डॉक्टर और दवा विक्रेता घूम रहे हैं और लोगों को ठग रहे हैं। सरकार को इनके खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए। यह घटना शहर में फर्जी चिकित्सा प्रैक्टिस और नकली दवाओं की बढ़ती समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करती है, जिसे लेकर आम जनता में काफी चिंता है।