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कहा- “ब्राह्मणवाद और बनियावाद के शब्द कटक के लिए उपयुक्त नहीं”
कटक। उत्कल प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन (UPMS) कटक शाखा के चुनावों में प्रत्याशी पवन कुमार जाजोदिया ने गुटबाजी और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। जाजोदिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कटक शहर में “ब्राह्मणवाद” और “बनियावाद” जैसे शब्दों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने ऐसे विभाजनकारी शब्दों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये सिर्फ समाज को बांटने और कमजोर करने के हथकंडे हैं, जिन्हें किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
इण्डो एशियन टाइम्स के साथ विशेष बातचीत में जाजोदिया ने जोर देकर कहा कि UPMS का चुनाव सिर्फ एक कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि समाज की भलाई और विकास के लिए है। उन्होंने गुटबाजों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुर्सी के लिए भाईचारे की बलि देना न तो समाज के लिए सही है और न ही इसे स्वीकार किया जाएगा।
जाजोदिया ने गुटबाजी को समाज के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा बताते हुए कहा कि यह समय है जब समाज को इस बीमारी से छुटकारा दिलाया जाए।
पवन जाजोदिया का यह बयान उन लोगों पर सीधा हमला है, जो सत्ता में बने रहने के लिए समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके नेतृत्व में कटक शाखा का हर फैसला समाज के भले के लिए होगा, न कि किसी खास गुट या व्यक्ति के हित में।
जाजोदिया ने समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि वे इस चुनाव में गुटबाजी और विभाजनकारी राजनीति को सिरे से नकारते हुए समाज के सच्चे विकास के लिए अपना समर्थन दें। उन्होंने कहा कि “समाज को अब उन लोगों से सावधान रहना चाहिए, जो अपनी कुर्सी बचाने के लिए भाईचारे को कुर्बान करने पर तुले हुए हैं।”
UPMS कटक शाखा के इस चुनाव में पवन जाजोदिया ने अपने विरोधियों को साफ संदेश दिया है कि समाज अब बदलाव के लिए तैयार है, और कुर्सी के लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। समाज के वास्तविक हितों की रक्षा करते हुए, वह समाज को नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव न केवल पवन जाजोदिया के लिए, बल्कि पूरे कटक समाज के लिए एक महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, जहां गुटबाजी और विभाजनकारी राजनीति को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकेगा।
कटक का भाईचारा दुनिया में विख्यात
पवन ने कहा कि कटक शहर का भाईचारा दुनियाभर में विख्यात है। यहां सभी धर्मों, सभी जातियों, सभी वर्गों और सभी संप्रदायों को लोग रहते हैं, लेकिन कभी कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन इस बार के चुनाव में कुर्सी के लिए हमें ब्राह्मण और बनिया में बांटा जा रहा है।
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