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अगले 2 दिनों तक भारी बारिश की संभावना, हिराकुद बांध ने खोले 20 गेट
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दक्षिण बांग्लादेश और पड़ोसी क्षेत्रों में बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र
भुवनेश्वर/संबलपुर। दक्षिण बांग्लादेश और पड़ोसी क्षेत्रों में बन रहे निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से ओडिशा में अगले 2 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि 28 अगस्त से फिर से बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्र में ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और यह जल्द ही एक निम्न दबाव के क्षेत्र में बदल जायेगा। इसके बाद यह पश्चिम-उत्तरी पश्चिम दिशा में गंगेतिक पश्चिम बंगाल, उत्तर ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ेगा।
मौसम विभाग ने 25 अगस्त को मयूरभंज, केंदुझर, बालेश्वर और भद्रक जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश (7 से 20 सेमी) का पूर्वानुमान जताया है। इसके अलावा, जाजपुर, केंदुझर, जगतसिंहपुर, कटक, ढेंकानाल, अनुगूल, देवगढ़, सुंदरगढ़, बरगढ़, झारसुगुडा, संबलपुर, मालकानगिरि और कोरापुट में भी भारी बारिश (7 से 11 सेमी) हो सकती है। भुवनेश्वर में आंशिक रूप से बादल और मध्यम बारिश या बवंडर की संभावना है।
26 अगस्त को मयूरभंज, केंदुझर, सुंदरगढ़ और झारसुगुडा जिलों में एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा, बरगढ़, देवगढ़, अनुगूल, ढेंकानाल, सोनपुर, बलांगीर, नुआपड़ा, बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, जगतसिंहपुर, केंदुझर, कटक और संबलपुर में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
इधर, भारी बारिश के कारण हिराकुद बांध के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के बाद बांध अधिकारियों ने 20 गेट खोल दिए हैं। इससे अतिरिक्त बाढ़ जल का निर्वहन किया जा सके। पहले नौ गेट बाएं किनारे और पांच गेट दाएं किनारे पर खोले गए थे। जलस्तर की तेजी से बढ़ती स्थिति को देखते हुए रविवार को छह और गेट खोले गए हैं।
हिराकुद बांध ने 28 जुलाई को इस सीजन का पहला बाढ़ जल रिलीज़ किया था। अधिकारियों ने बताया कि यदि ऊपरी कैचमेंट क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण जलस्तर और बढ़ता है, तो और गेट भी खोले जा सकते हैं। ओडिशा में भारी बारिश और बाढ़ के खतरे को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गयी है।