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भाजपा में विश्वास की कमी पर उठाया सवाल
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निर्दलीय उम्मीदवार जगन्नाथ प्रधान किया पलटवार
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कहा-नई रणनीति के साथ काम कर रही है नई सरकार
भुवनेश्वर। राज्यसभा उपचुनाव को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है। बीजद ने भाजपा द्वारा दूसरे प्रत्याशी के नामांकन कराने पर सवाल उठाते हुए इसे पार्टी के भीतर विश्वास की कमी का संकेत बताया है।
बीजद के वरिष्ठ विधायक अरुण साहू ने कहा कि भाजपा के इस कदम ने राज्य की जनता में संशय पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि दूसरे उम्मीदवार को नामांकित करने की जरूरत क्यों पड़ी।
दूसरी ओर, भाजपा के वरिष्ठ नेता जगन्नाथ प्रधान, जो दूसरे उम्मीदवार के रूप में नामांकन भर चुके हैं, ने कहा कि नई सरकार नई रणनीति पर काम कर रही है। प्रधान ने जोर देकर कहा कि पार्टी में किसी तरह का द्वंद्व या संशय नहीं है, और नई रणनीति के तहत ही यह कदम उठाया गया है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या नई सरकार 24 साल पुरानी शासन की शैली से ही चलेगी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को पार्टी की आधिकारिक उम्मीदवार ममता मोहंता के नामांकन के बाद भाजपा के कद्दावर नेता जगन्नाथ प्रधान ने भी अपना नामांकन दाखिल किया था।
ममता मोहंता ने अपना नामांकन मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन समल और ओडिशा प्रभारी विजयपाल सिंह तोमर की उपस्थिति में भुवनेश्वर में दाखिल किया, जबकि जगन्नाथ प्रधान ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। प्रधान ने हाल ही में भुवनेश्वर-सेंट्रल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, जिसमें वे बीजद के अनंत नारायण जेना से मामूली अंतर से हार गए थे। प्रधान के नामांकन में भाजपा के कुछ विधायकों ने प्रस्तावक के रूप में हस्ताक्षर किए हैं।