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ड्यूटी के साथ-साथ लाकडाउन में जरूरतमंदों की मदद की
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लोग कर रहे हैं सेवा कार्य की प्रशंसा
कटक. कहा जाता है कि कुछ लोगों के रक्त में ही सेवा भाव समाया होता है, जो उसे विरासत के रूप में मिलता है. कटक में एक ऐसा ही व्यक्तित्व के रूप में एक कोरोना योद्धा उभरकर सामने आया है. यह हैं कटक के मंगलाबाग के थाना प्रभारी अमिताभ महापात्र, जिन्होंने अपने फर्ज को निभाते हुए कोरोना योद्धा के रूप में सेवा कार्य की है. इनकी सेवा कटक में छा गयी है.
बताया जाता है कि एक बच्चा दुर्घटना का शिकार हो गया था. उसकी मां अपने बच्चों को खोजते-खोजते बड़बिल से कटक पहुंची. उक्त महिला को महापात्र ने अपनी ओर से पूरी सेवा की और जो भी जरूरत हुआ उसको पूरा किया. खुद महापात्र ने वाहन की व्यवस्था करके उक्त महिला को केंदुझर भेजा. कटक के सभी थानों में से मंगलाबाग एक ऐसा थाना है, जहां 40 दिनों तक प्रतिदिन दोपहर एवं रात को एक-एक हजार खाने का पैकेट वितरण उन्होंने अपने नेतृत्व में किया. साथ ही हमेशा इस बात का ध्यान रखा कि कोई खाली पेट ना सोए.
महापात्र ने अपने वरिष्ठ अधिकारी कटक के डीसीपी अखिलेश्वर सिंह की भी जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे सहयोगी वरिष्ठ अधिकारी के साथ काम करने का आनंद एवं सीखने को बहुत कुछ मिलता है. अमिताभ महापात्र ने बताया कि शटडाउन के दौरान एक प्रसूता को पीसीआर वैन में सुरक्षित उसको घर तक पहुंचाया.
महापात्र ने बताया कि मेरी एक लड़की एवं एक लड़का है तथा मेरी धर्मपत्नी सीबीआई क्राइम ब्रांच में इंस्पेक्टर हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में सबसे पहली प्राथमिकता फर्ज होता है. उन्होंने एक बात का और खुलासा करते हुए बताया कि 2001 में वह सब-इंस्पेक्टर के लिए चुने गए और ट्रेनिंग में गए. आज वह जिस थाने में प्रभारी हैं, उसी थाने में उन्होंने कई वर्षों तक सब-इंस्पेक्टर के रूप में अपनी सेवा दी थी. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है. आज इनकी सेवा की भावना शहर में छा गयी है. लोग इनके कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं.